जापान: सुनामी की आशंका के बीच लोगों से “फौरन भागने" की अपील
1 जनवरी को जापान में 7.6 तीव्रता का भूकंप आया. इसके बाद पश्चिमी जापान के तटीय इलाकों में सुनामी की चेतावनी जारी की गई. लोगों से तत्काल ऊंची जगहों पर पहुंचने के लिए कहा गया.
50 से ज्यादा भूकंप के झटके
2024 के पहले दिन जापान में भूकंप और सुनामी की आपाधापी रही. जापान सागर के किनारे बसे इशिकावा जिले के नोटो क्षेत्र में तड़के 7.6 तीव्रता का भूकंप आया. जापान के मौसम विभाग ने बताया कि रिक्टर स्केल पर 3.2 और इससे ज्यादा तीव्रता के 50 से ज्यादा झटके दर्ज किए गए. विभाग ने चेताया है कि भूकंप के झटके अगले एक हफ्ते तक जारी रह सकते हैं.
लोगों से कहा गया, फौरन भागो
सुनामी की आशंका के मद्देनजर प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने लोगों से तत्काल सुरक्षित जगह पर चले जाने की अपील की. समाचार चैनलों पर भी लोगों को ऐसी ही हिदायत दी गई. एक चैनल ने लोगों से कहा, "हम जानते हैं कि आपका घर और सामान आपके लिए बहुत कीमती है, लेकिन सबसे ज्यादा कीमती आपकी जान है! तत्काल सबसे ऊंची जगह पर भाग जाइए."
चार फुट ऊंची लहरें
जापान में नए साल का पहला दिन परिवार के साथ मिलकर बिताने की परंपरा है. लोग साथ मिलकर प्रार्थना स्थलों पर जाते हैं. लेकिन भूकंप और सुनामी की चेतावनी के कारण अफरा तफरी की स्थिति रही. भूकंप के सबसे जोरदार झटके के करीब 10 मिनट बाद ही वाजिमा बंदरगाह पर कम-से-कम चार फुट ऊंची लहरें देखी गईं.
खतरा टल गया है
टीवी पर प्रसारित खबरों में लोग सड़कों पर दौड़ते-भागते दिखे. कुछ जगहों पर सड़कों में गहरी दरारें आ गई हैं. हालांकि सुनामी की शुरुआती चेतावनियों के बाद अब स्थिति थोड़ी संभलती दिख रही है. प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका के चेतावनी केंद्र ने शुरू में तट से करीब 300 किलोमीटर के इलाके में सुनामियों की आशंका जताई थी.
सावधानी बरतने की सलाह
कुछ घंटों बाद केंद्र ने कहा कि सुनामी का खतरा कमोबेश टल चुका है. जापान में भी सुनामी से जुड़ी सबसे उच्चतम स्तर की चेतावनी जारी की गई थी. कुछ घंटे बाद इसे वापस लेकर सुनामी की सामान्य चेतावनी में बदल दिया गया. हालांकि तटीय इलाकों में रहने वालों को अभी घर ना लौटने की हिदायत दी गई है. तस्वीर: 11 मार्च, 2011 को आई सुनामी ने जापान में काफी तबाही मचाई.
दक्षिण कोरिया में भी चेतावनी
जापान में आए भूकंप के बाद दक्षिण कोरिया में भी सुनामी की चेतावनी जारी हुई. पूर्वी प्रांत गंगवोन के कई शहरों में लोगों को मोबाइल संदेश भेजकर सुनामी की चेतावनी दी गई. तट के नजदीक रहने वाले लोगों को ऊंचाई वाली जगहों पर जाने की सलाह दी गई है. मौसम विभाग ने अंदेशा जताया है कि जापान सागर में उठने वाली लहरें खतरनाक स्तर पर पहुंच सकती हैं. (सांकेतिक तस्वीर)
2011 का सुनामी
भूकंपीय सक्रियता के लिहाज से जापान की भौगोलिक स्थिति बेहद संवेदनशील है. मार्च 2011 में एक बड़े भूकंप और सुनामी के कारण फुकुशिमा न्यूक्लियर प्लांट में बड़ा हादसा हुआ. भूकंप के बाद आई सुनामी से समुद्र में 10 मीटर से ज्यादा ऊंची लहरें उठीं थीं. 2011 की आपदा के बाद अब पहली बार इस स्तर की गंभीर चेतावनी जारी की गई. तस्वीर: 2011 की सुनामी आपदा में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देती एक महिला.