चेतावनी के बीच पुतिन ने टेस्ट की न्यूक्लियर मिसाइलें
१९ फ़रवरी २०२२यूरोपीय संघ ने रूस को वित्तीय और हाई टेक गुड्स मार्केट से अलग थलग करने की चेतावनी दी है. यूक्रेन में सेना और रूस समर्थक अलगाववादियों के तीखे होते संघर्ष के बीच यूरोपीय कमीशन की प्रमुख उर्सुला फोन डेय लायन ने कहा, "क्रेमलिन की खतरनाक सोच जो पुराने अंधकार भरे अतीत से आती है, वह रूस के समृद्ध भविष्य पर भारी पड़ सकती है." शनिवार को म्यूनिख सिक्योरिटी के दूसरे दिन सम्मेलन को संबोधित करते हुए फोन डेय लायन ने यह भी कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा के साथ मिलकर यूरोपीय संघ ने रूस के विरुद्ध आर्थिक प्रतिबंधों का एक असरदार पैकेज तैयार किया है.
प्रतिबंधों का आभास दिलाते हुए फोन डेय लायन ने कहा, "अगर रूस हमला करता है तो हम वित्तीय बाजार तक रूसी अर्थव्यवस्था की पहुंच सीमित कर देंगे और निर्यात पर ऐसे नियंत्रण लगाएंगे जो रूस को आधुनिकीकरण और इकोनॉमी को विविध बनाने से रोक सकते हैं." हाई टेक उपकरणों का जिक्र करते हुए यूरोपीय कमीशन की प्रमुख ने कहा, "और हमारे पास ऐसे बहुत से हाई टेक उत्पाद है, जहां विश्वस्तर पर हमारा बोलबाला है, ये चीजें रूस के लिए भी बेहद जरूरी हैं और इन्हें आसानी से रिप्लेस भी नहीं किया जा सकता."
नाटो की चेतावनी
नाटो के महासचिव येंस स्टोल्टेनबर्ग ने भी सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि रूस के पास अब भी बर्बाद करने वाले विवाद से बचने का समय है, "रूस के लिए अब भी बहुत देर नहीं हुई है, वह अपना रास्ता बदल सकता है, वह आखिरी छोर से वापस लौट सकता है, युद्ध की तैयारियां बंद कर शांतिपूर्ण समाधान पर काम करना शुरू कर सकता है."
स्टोल्टेनबर्ग ने साफ कहा कि पश्चिम अपने सहयोगियों की रक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएगा. पूर्वी यूरोप में नाटो की तैनाती घटाने की रूसी मांग को खारिज करते हुए स्टोल्टेनबर्ग ने कहा, यूक्रेन में युद्ध की बात करें तो "क्रेमलिन अपनी सीमाओं पर नाटो में जितनी कमी चाहता है, नाटो की संख्या उतनी ज्यादा बढ़ेगी."
इससे पहले 15 फरवरी को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मॉस्को में बातचीत के दौरान जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्त्स ने भी ऐसे ही चेतावनी दी थी. शॉल्त्स ने पुतिन से साफ कहा था कि, "यूक्रेन की सीमाई संप्रभुता का और उल्लंघन हुआ तो रूस को राजनीतिक, आर्थिक और भू राजनैतिक तौर पर इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी."
नाटो क्या है, जो यूक्रेन पर रूस का हमला होने की सूरत में जवाबी कार्रवाई करेगा
शॉल्त्स और पुतिन की बातचीत के बाद रूस ने क्रीमिया से कुछ सैन्य दस्ते वापस बुलाने का दावा किया. लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि मॉस्को के इन दावों में कोई दम नहीं है और अब भी यूक्रेन की सीमा पर तैनात डेढ़ लाख रूसी फौजी हमला करने की तैयारी कर रहे हैं. पुतिन इन आरोपों से इनकार करते रहे हैं.
यूक्रेनी राष्ट्रपति की शिरकत
शनिवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर येलेंस्की भी सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए म्यूनिख पहुंचे. अमेरिका बार बार यूक्रेन पर रूसी हमले की चेतावनी दे रहा है. लेकिन इन चेतावनियों के बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान जारी कर कहा कि देश की पूर्वी सीमा पर "हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं." बयान के मुताबिक यूक्रेनी राष्ट्रपति ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्त्स और अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस से मुलाकात करेंगे, "येलेंस्की अपने देश के लिए अतिरिक्त सैन्य और वित्तीय मदद पाने के लिए ठोस समझौतों की उम्मीद कर रहे हैं."
सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद शनिवार शाम येलेंस्की यूक्रेन लौटेंगे. राष्ट्रपति कार्यालय के बयान के कुछ ही घंटों बाद यूक्रेन के पूर्वी इलाके में सेना और रूस समर्थक अलगाववादियों के बीच हिंसक झड़प की खबरें आईं.
पूर्वी यूक्रेन में तेज होता संघर्ष
जर्मन शहर म्यूनिख में हो रही कॉन्फ्रेंस के बीच पूर्वी यूक्रेन के हिंसाग्रस्त इलाकों में सैन्य संघर्ष तेज हो गया है. यूक्रेन सरकार के मुताबिक लुहांस्क और डोनेत्स्क में रूस समर्थक अलगाववादियों के साथ गोलीबारी तेज हुई है. रूस समर्थक अलगाववादियों ने आम नागरिकों से लुहांस्क और डोनेस्क छोड़ने को कह दिया है. स्वघोषित डोनेत्स्क पीपल्स रिपब्लिक के नेता डेनिस पुसिलिन ने एक वीडियो मैसेज जारी कर कहा, "मैं साथी देशवासी, जो रिजर्व में हैं, उनसे अपील करता हूं कि वे सैन्य रसद विभाग में आएं. आज मैंने जनरल मोबिलाइजेशन के आदेश पर दस्तखत कर दिए हैं."
स्वघोषित लुहांस्क पीपुल्स रिपब्लिक के नेता लियोनिद पासेशनिक ने भी ऐसा ही आदेश जारी किया है. यूक्रेन सरकार के मुताबिक अलगाववादियों के साथ संघर्ष में सेना के एक जवान की मौत भी हुई है.
रूस की जोखिम भरी धमकी
पश्चिम की नेता जिस वक्त रूस को एक के बाद एक चेतावनी दे रहे थे, उस वक्त रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन परमाणु हथियार ढोने वाली मिसाइलों की ड्रिल में शामिल हो रहे थे. रूसी टेलिविजन ने ड्रिल की तस्वीरें प्रसारित कीं, जिनमें क्रेमलिन के सिचुएशन रूम में पुतिन के साथ बेलारूस के राष्ट्रपति आलेक्जांडर लुकाशेंको बैठे हुए थे. वे हाल ही में विकसित की गई हाइपरसॉनिक मिसाइलों, क्रूज और न्यूक्लियर कैपेबल बैलिस्टिक मिसाइलों का टेस्ट लॉन्च देख रहे थे. क्रेमलिन ने इस ड्रिल के बारे में एक बयान जारी कर कहा, "सभी मिसाइलों ने अपने लक्ष्य भेदे."
इससे पहले रूसी राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता दिमित्री पेशकोव ने साफ कहा था कि, "ऐसे टेस्ट लॉन्च, निश्चित रूप से राष्ट्रप्रमुख की मौजूदगी के बिना नहीं होते. आपको मशहूर काले सूटकेस और लाल बटन के बारे में मालूम है." काला सूटकेस और उसमे मौजूद लाल बटन का मतलब परमाणु हमले की कमांड से है.
ओएसजे/एडी (एएफपी, एपी, डीपीए, रॉयटर्स)