यूरोप में तस्करी से दुनिया की सबसे महंगी मछली का अस्तित्व खतरे में
ताजा और ठंडे पानी में मिलने वाली स्टर्जन को दुनिया की सबसे महंगी मछली माना जाता है, वजह है इसके अंडे और अलग स्वाद. पूर्वी यूरोप में अवैध शिकार से इसकी 2 प्रजातियां विलुप्त हो चुकी हैं और 4 का अस्तित्व संकट में है.
स्टर्जन मछली के ठिकाने
जर्मनी से निकलने वाली डेन्यूब नदी बुल्गारिया, रोमानिया और यूक्रेन से होकर गुजरती है और अंत में काला सागर में मिल जाती है. यह इलाके स्टर्जन मछली के बड़े ठिकानों में रहे हैं. इन्हीं हिस्सों में 2016 से 2023 के बीच तस्करी और शिकार के 395 मामले सामने आए हैं, जिनमें 1,031 स्टर्जन शिकार हुईं.
अवैध शिकार और तस्करी
रोमानिया और बुल्गारिया में स्टर्जन के शिकार के लिए हुक लाइनें लगाई जाती हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, अकेले बुल्गारिया में करीब 37 किलोमीटर लंबी कुल 988 हुक लाइनें प्रशासन ने जब्त की हैं. वहीं रोमानिया में सबसे ज्यादा- 610 स्टर्जन शिकार की चपेट में आईं. डेन्यूब नदी में पहले 6 तरह की स्टर्जन पाई जाती थीं, जिनमें से दो अब विलुप्त हो चुकी हैं.
ताजा पानी की सबसे बड़ी मछली
एक वयस्क स्टर्जन 19 से 250 किलो वजनी हो सकती है. इसकी औसत लंबाई करीब 5 से 10 फीट के बीच हो सकती है. मादा स्टर्जन बेलुगा, नर बेलुगा के मुकाबले 20 फीसदी बड़ी हो सकती हैं. डेन्यूब में पाए जाने वाली 4 स्टर्जन प्रजातियों में बेलुगा को ही भक्षक कहा जा सकता है. यह प्रजाति आमतौर पर मछलियां ही खाती है लेकिन कभी-कभार जलीय परिंदे और छोटे जलीय जीव भी खा सकती है. (तस्वीर:अटलांटिक स्टर्जन)
बहुत महंगे बिकते हैं स्टर्जन के अंडे
स्टर्जन के अंडे दुनिया में लग्जरी माने जाते हैं. इनके अंडों में विटामिन B12 और ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं. हालांकि 2 से 4 लाख रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिकने के पीछे पोषण नहीं, प्रक्रिया वजह है. विलुप्तप्राय प्रजाति से मिलने के कारण इनकी आपूर्ति, मांग के मुकाबले में काफी कम है. स्टर्जन के अंडों को परिपक्व होने के लिए 20 वर्ष तक का समय लग सकता है. इसके अलावा यह अवैध काम, हाथों से किया जाता है.
कई देशों में शिकार पर प्रतिबंध
अपने अंडों और मीट की वजह से बहुत महंगी बिकने वाली स्टर्जन के शिकार पर बुल्गारिया, मोल्डोवा, रोमानिया, सर्बिया और यूक्रेन में सख्त पाबंदी है. काला सागर के आसपास के कुछ देशों में भी कड़ी रोक लगाई गई है. निचला डेन्यूब बेसिन ही आखिरी यूरोपीय इलाका है जहां यह खुद से प्रजनन कर रही हैं. यूरोप में स्टर्जन की आबादी फलती-फूलती रहे, इसके लिए निचले डेन्यूब बेसिन में संरक्षण के प्रयास बहुत जरूरी हैं.
तस्करों पर कार्रवाई
वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड ने रिपोर्ट में बताया है कि बुल्गारिया, रोमानिया और यूक्रेन में स्थानीय पुलिस या संबंधित एजेंसी ने तस्करों को शिकार के लिए- अवैध औजारों के इस्तेमाल, तस्करी, और अवैध बिक्री के मामलों में अभियुक्त बनाया है. प्रशासन के मुताबिक, यह तस्करी सिर्फ काला सागर के तटीय इलाकों या डेन्यूब के आसपास नहीं होतीं, बल्कि देश के भीतरी हिस्सों में भी होती है.
आकंड़े तो झलक मात्र
डब्ल्यू.डब्ल्यू.एफ के मुताबिक, यह आंकड़े एक झलक मात्र हो सकते हैं क्योंकि तस्करी और अवैध शिकार के बहुत से मामले कभी पकड़ में नहीं आते. बुल्गारिया का व्रातसा प्रांत, रोमानिया का टुलचा, और यूक्रेन का ओडेसा प्रांत अवैध कारोबार के हॉटस्पॉट हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, इस इलाके के सभी देशों की संरक्षण सेवाओं को आपस में बेहतर तालमेल की जरूरत है.
निचला डेन्यूब बेसिन आखिरी उम्मीद
इस नदी में बाकी बचीं 4 तरह की स्टर्जन को इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (आईयूसीएन) की लाल सूची में शामिल किया गया है. इनमें से तीन- स्टेलेट स्टर्जन, रशियन स्टर्जन और बेलुगा को गंभीर रूप से विलुप्तप्राय प्रजातियों में रखा गया है, वहीं स्टरलेट स्टर्जन को विलुप्तप्राय प्रजातियों की सूची में रखा गया है. डेन्यूब का निचला बेसिन ही ऐसी जगह है जहां चारों प्रजातियां पाई जाती हैं.