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ईरान में थम नहीं रहे विरोध, 19 बच्चों की भी मौत

१० अक्टूबर २०२२

एक मानवाधिकार समूह ने कहा कि पुलिस हिरासत में महसा अमीनी की मौत से भड़का विरोध ईरान में रविवार को भी जारी रहा. मानवाधिकार समूह का कहना है कि विरोध प्रदर्शनों में बच्चों समेत कम से कम 185 लोग मारे गए हैं.

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ईरान ही नहीं विदेश में भी महसा अमीनी की मौत पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं
ईरान ही नहीं विदेश में भी महसा अमीनी की मौत पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैंतस्वीर: Sakis Mitrolidis/AFP

ईरान में सरकार विरोधी प्रदर्शन चौथे हफ्ते में दाखिल हो गए हैं. सरकार के खिलाफ विरोध पश्चिमी ईरान के कुर्दिस्तान के सक्केज शहर की रहने वालीं 22 साल की अमीनी के अंतिम संस्कार के बाद से ही  शुरू हो गए थे. ईरान में ऐसे विरोध प्रदर्शन हाल के वर्षों में देखने को नहीं मिले हैं. ये विरोध प्रदर्शन ईरानी सरकार के लिए एक गंभीर चुनौती बन गए हैं. प्रदर्शनकारी देश के सर्वोच्च नेता अयातोल्लाह अल खमेनेई के खिलाफ भी मुखर हो रहे हैं.

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बच्चों समेत 185 लोग मारे गए

शनिवार को ईरान के सरकारी टीवी के प्रसारण को थोड़ी देर के लिए हैक कर लिया गया था. इस दौरान खमेनेई की आग की लपटों से घिरी तस्वीर प्रसारित की गई.

नॉर्वे स्थित ईरान ह्यूमन राइट्स ने कहा, "पूरे ईरान में देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों में 19 बच्चों समेत कम से कम 185 लोग मारे गए हैं. सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत में सबसे ज्यादा मौत दर्ज की गई हैं."

देश के अधिकारियों ने विरोध प्रदर्शनों को अमेरिका समेत ईरान के दुश्मनों की एक साजिश बताया है. उन्होंने हथियारबंद असंतुष्टों पर हिंसा का आरोप लगाया है, जिसमें कथित तौर पर सुरक्षा बलों के कम से कम 20 सदस्य मारे गए हैं.

रविवार को भी ईरान के दर्जनों शहर में विरोध का सिलसिला जारी रहा है. सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में दर्जनों शहरों में विरोध प्रदर्शनों की तस्वीरें नजर आईं. अधिकार समूह का कहना है कि आंसू गैस के गोले और यहां तक की गोलियों के इस्तेमाल के बावजूद हाई स्कूल के सैकड़ों छात्र और यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं ने प्रदर्शनों में हिस्सा लिया.

इस बीच संकट पर चर्चा के लिए ईरान के राजनीतिक नेताओं ने रविवार को आपात बैठक की. पिछले दिनों ईरानी अधिकारियों ने कहा था कि सुरक्षा बलों के कई जवान "विदेशी दुश्मनों से जुड़े बदमाशों और दंगाइयों" के हाथों मारे गए हैं. वहीं खमेनेई ने भी अपने बयान में अमेरिका और इस्राएल पर "दंगों" को हवा देने का आरोप लगाया था.

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जर्मनी ने कहा ईरानी शासन इतिहास के गलत पक्ष पर

जर्मन विदेश मंत्री अनालेना बेयरबॉक ने रविवार को कहा कि वह यह सुनिश्चित करेंगी कि यूरोपीय संघ ईरान में प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई के लिए जिम्मेदार लोगों पर यात्रा प्रतिबंध लगाए.

बेयरबॉक ने एक जर्मन अखबार के साथ बातचीत के दौरान ईरानी अधिकारियों पर प्रतिबंधों के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि 27 सदस्यों वाला यूरोपीय संघ हिंसा के ऐसे कृत्यों में शामिल पाए जाने वाले ईरानी अधिकारियों की संपत्ति को भी जब्त कर लेगा.

बेयरबॉक ने ईरानी अधिकारियों की आलोचना करते हुए कहा, "कोई भी जो सड़कों पर महिलाओं और लड़कियों की पिटाई करता है, उन लोगों का अपहरण करता है जो स्वतंत्रता में जीने के अलावा और कुछ नहीं चाहते हैं, ऐसे लोग इतिहास के गलत पक्ष की ओर खड़े हैं."

अमीनी की मौत के बाद से ईरानी शहरों में अभूतपूर्व विरोध प्रदर्शन देखने को मिले, देश की महिलाओं ने अपने बाल काट लिए और हिजाब को जलाकर हिजाब कानून का विरोध किया. ईरान ही नहीं बल्कि विदेशों में भी महिलाओं ने अमीनी को इंसाफ देने की मांग पर प्रदर्शन किए.

एए/सीके (एएफपी, रॉयटर्स, डीपीए)