यूरोप के सबसे लंबे क्रीमिया पुल पर धमाके में यूक्रेन का हाथ?
१० अक्टूबर २०२२व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि क्रीमिया और रूस को जोड़ने वाले पुल को धमाके में उड़ाने की साजिश यूक्रेन की स्पेशल सर्विस ने रची और यह एक आतंकवादी गतिविधि थी. शनिवार को हुए एक जोरदार धमाके से रणनीतिक और प्रतीकात्मक अहमियत वाले केर्च पुल को खासा नुकसान पहुंचा और उसका एक हिस्सा लगभग ध्वस्त हो गया था. धमाका एक ट्रक में हुआ और उस वक्त उसके पास से गुजर रही कार में सवार तीन लोगों की मौत हो गई.
रूसी अधिकारियों ने बताया कि इस धमाके के लिए एक ट्रक का इस्तेमाल किया गया था. पुल पर रेल और सड़क दोनों परिवहन माध्यमों की आवाजाही होती है और जिनसे रूसी फौजों को साजो सामान की आपूर्ति होती है. अधिकारियों ने कहा कि धमाके से आवाजाही कुछ समय तक प्रभावित रही.
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रूस की जांच समिति के अध्यक्ष आलेक्सांद्र बास्ट्रीकिन के साथ एक बैठक के दौरान पुतिन ने कहा, "इसमें कोई संदेह नहीं कि यह एक आतंकवादी गतिविधि थी जिसका मकसद रूस के एक अहम नागरिक ढांचे का विनाश करना था. इसे लिखने वाले और इसका आदेश देने और इसे अंजाम देने वाले यूक्रेन के स्पेशल सर्विस के लोग थे.”
बास्ट्रीकिन ने कहा कि यूक्रेन के विशेष बल और रूस व अन्य देशों के नागरिक इस वारदात में शामिल थे और इस आतंकवादी गतिविधि की जांच शुरू कर दी गई है. उन्होंने कहा, "हमने यह पता लगा लिया है कि ट्रक किस रास्ते से आया था. यह बुल्गारिया, जॉर्जिया, आर्मेनिया, नॉर्थ ओसेतिया और रूस के दक्षिणी इलाके क्रासनोदार से गुजरा.”
यूक्रेन का इनकार
यूक्रेन ने रूस के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति के सलाहकार मिखाएल पोडोल्याक ने कहा कि ये आरोप तो ‘रूस के लिए भी सनक की हद के बाहर हैं.'
पोडोल्याक ने कहा, "पुतिन यूक्रेन को आतंकवादी बताते हैं? जापोरिझिया की एक रिहायशी इमारत पर हमला हुए 24 घंटे भी नहीं गुजरे हैं जबकि रूसी विमानों ने 12 रॉकेट दागे. 13 लोग मारे गए और 50 से ज्यादा घायल हो गए. एक ही आतंकवादी देश है और पूरी दुनिया जानती है कि वह कौन है.”
पोडोल्याक जापोरिझिया के उस हमले का जिक्र कर रहे थे जोर शुक्रवार की रात हुआ था. यूक्रेनी वायुसेना के मुताबिक इस हमले में छह मिसाइलें रूसी कब्जे वाले इलाकों से दागी गईं. रूस ने इसी महीने यूक्रेन के कुछ इलाकों को अपना घोषित कर दिया था.
क्यों अहम है केर्च पुल
केर्च पुल जिसे क्रीमिया पुल भी कहा जाता है, 2018 में खोला गया था. व्लादिमीर पुतिन ने खुद मई 2018 इस पुल का उद्घाटन एक ट्रक चलाकर किया था. इसे क्रीमिया पर रूस के अधिकार के प्रतीक के रूप में देखा गया था. इसलिए क्रीमिया पुल पर हुआ धमाका रूस के लिए प्रतीकात्मक रूप से अहम हो जाता है.
केर्च पुल यूरोप का सबसे लंबा पुल है. इसकी लंबाई 19 किलोमीटर है. इस पर दो रेलवे ट्रैक हैं और चार लेन की सड़क है. इसे बनाने में लगभग 3.7 अरब अमेरिकी डॉलर का खर्च आया था. रूस का बनाया गया अब तक का यह सबसे लंबा पुल है.
रूस के लोग क्रीमिया जाने के लिए इस पुल का इस्तेमाल करते हैं. क्रीमिया रूसी लोगों के लिए छुट्टी मनाने की जगह है और यह पुल खासा व्यस्त रहता है. 15 अगस्त 2020 को इस पुल से रिकॉर्ड 36,353 कारें गुजरी थीं.
धमाके के बाद जाम
8 अक्टूबर को सुबह करीब 6 बजे हुए धमाके के बाद पुल पर आवाजाही कुछ देर के लिए बंद रही, जिस कारण दोनों तरफ लंबा जाम लग गया. इस जाम को खुलने में घंटों लगे. इस दौरान रूसी अधिकारियों ने कारों के लिए फेरी सेवा भी शुरू कर दी थी.
जाम में फंसे एक वाहन चालक किरील सुसलोव ने कहा, "ऐसी घटना के लिए तो हम तैयार नहीं थे. इसलिए मूड थोड़ा खराब है.”
इंस्टिट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर ने कहा कि पुल के वीडियो देखने से लगता है कि धमाके के नुकसान के कारण रूस के लिए सामान की आवाजाही में कुछ समय तक मुश्किल जारी रहेगी.
वीके/एए (रॉयटर्स, एपी, डीपीए)