160 साल की हो गई जर्मनी की सत्ताधारी पार्टी एसपीडी
२३ मई २०२३23 मई को एसपीडी अपना स्थापना दिवस मनाती है. 1863 में इसी दिन फर्डिनांड लासाले ने जनरल जर्मन वर्कर्स एसोसिएशन (एडीएवी) की स्थापना की थी. लाइपजिष के पांथेयोन से शुरू हुआ यह संगठन पूरे जर्मनी में मजदूरों के लिए बनी पहली पार्टी थी. यही पार्टी आगे चल कर आज की एसपीडी बनी. पार्टी को यह नाम 1890 में मिला था.
जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्त्स इसी पार्टी के हैं. मंगलवार को अपनी पार्टी के जन्मदिन के मौके पर चांसलर ने अपने साथियों से सम्मान के आधार पर बने समाज के लिए डटकर खड़े होने को कहा. बर्लिन में पार्टी के मुख्यालय में एक कार्यक्रम में शॉल्त्स ने कहा, "आज इस लक्ष्य पर जोर देना राजनीतिक विवेक की अनिवार्यता है. सम्मान का मतलब है कि कोई भी किसी को नीचे करके ना देखे, सिर्फ इसलिए कि वह खुद को दूसरों से ज्यादा मजबूत, ज्यादा शिक्षित, अमीर या फिर खासतौर से जागरूक समझता है."
यूक्रेन का समर्थन करने का आह्वान
शॉल्त्स ने अपनी पार्टी से यूरोप के भविष्य और यूरोपीय यूक्रेन के लिए संघर्ष में अपना रंग दिखाने को कहा. उन्होंने रूसी युद्ध खत्म हो जाने के बाद यूक्रेन को यूरोपीय संघ की पूर्ण सदस्यता का मजबूत भरोसा दिलाया. शॉल्त्स का कहना है, "निश्चित रूप से रूस को यह युद्ध नहीं जीतना चाहिए और वह नहीं जीतेगा. हमारे महादेश के इतिहास का एक कड़वा अध्याय है जो व्लादिमीर पुतिन और उनके साम्राज्यवादी पागलपन ने रचा है. इसका अंत आजाद यूक्रेन के साथ होगा और वह यूरोपीय संघ में पूर्ण सदस्यता के साथ शामिल होगा."
शॉल्त्स ने यूक्रेन पर रूसी हमले से सालों पहले पार्टी की रूस समर्थक नीति के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहा, जिसकी बड़ी आलोचना होती है. उन्होंने अपने पूर्ववर्ती गेरहार्ड श्रोएडर का अपने भाषण में सिर्फ तब नाम लिया, जब वह पार्टी की आकांक्षाओं और व्यावहारिकता के बारे में बात कर रहे थे. श्रोएडर इस समारोह में शामिल नहीं हुए. हालांकि रूस से नजदीकियों के आरोप में पार्टी से उन्हें निकालने की प्रक्रिया पिछले हफ्ते नाकाम हो गई थी.
शॉल्त्स ने इस मौके पर जर्मन अर्थव्यवस्था को जलवायु अनुकूल बनाने के लिए उठाए जा रहे कदमों को अगले कुछ सालों का "ऐतिहासिक काम" बताया. उनका कहना है, "यह मुद्दा सिर्फ हमारी पार्टी के लिए खास नहीं है जैसा कि कुछ लोग सोचते हैं. यह अस्तित्व बचाने के लिए बदलाव है." लेकिन उनके द्वारा उठाये जा रहे धीमे कदमों के कारण उन्हें कुछ पर्यावरणवादियों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है.
पर्यावरण कार्यकर्ताओं का विरोध
एक ऐसे दिन जब पार्टी अपनी स्थापना की वर्षगांठ मना रही थी, उसे पर्यावरण कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा. एसपीडी के चांसलर ओलाफ शॉल्त्स की कड़ी आलोचना और सख्त सजा के खतरों के बावजूद पर्यावरण एक्टिविस्टों ने बर्लिन में अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा. चांसलर के बयान के विरोध में आठ एक्टिविस्टों ने एसपीडी के बर्लिन मुख्यालय को रंगों से भर दिया. पुलिस ने उन कार्यकर्ताओं के नाम पते दर्ज किए लेकिन ये साफ नहीं है कि क्या कुछ गिरफ्तारियां भी हुईं.
लास्ट जेनरेशन नामक संस्था के कार्यकर्ता अपने को रोड या तस्वीरों के साथ चिपका कर प्रदर्शन करते हैं. चांसलर ने सोमवार को स्कूली बच्चों के साथ बातचीत में कहा था कि उन्हें लगता है कि इससे किसी की राय बदलने में मदद नहीं मिलती है, बल्कि लोगों को गुस्सा ही आता है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदर्शनकारियों ने कहा था, "मिस्टर शॉल्त्स, आपकी हिम्मत कैसे हुई कि बच्चों के सामने खड़े होकर, जिनका भविष्य आप फिलहाल नष्ट कर रहे हैं, अपनी विनाशकारी राजनीति के खिलाफ हो रहे विरोध को आप पूरी तरह मूर्खता बताएं."
प्रतिद्वंद्वियों की ओर से सराहना
रोजमर्रे की राजनीति में एसपीडी के मजदूर और कर्मचारी समर्थक कार्यक्रमों का विपक्षी कंजरवेटिव पार्टी सख्त विरोध करती रही है. अंगेला मैर्केल की कंजरवेटिव सीडीयू पार्टी को उद्यमियों की समर्थक पार्टी माना जाता है और आर्थिक मोर्चे पर कर्मचारियों को राहत देने के लिए उद्योग पर बोझ डालने के कदमों का वह लगातार विरोध करती है. लेकिन पार्टी की स्थापना के मौके पर जर्मनी की विपक्षी कंजरवेटिव सीडीयू पार्टी ने भी अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के योगदान की सराहना की है.
सीडीयू पार्टी के अध्यक्ष फ्रीडरिष मैर्त्स ने कहा कि सोशल डेमोक्रैटों ने अपने 160 साल के अस्तित्व में जर्मन इतिहास के सबसे स्याह समय का सामना किया है. उन्होंने कहा, "सोशल डेमोक्रैटिक पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं का दमन हुआ, हत्या की गई क्योंकि वे अपने आदर्शों पर चल रहे थे. एसपीडी हर बार उठ कर खड़ी हुई." फ्रीडरिष मैर्त्स ने चांसलर की पार्टी को न्याय और लोकतंत्र का अपरिहार्य संघर्षकर्ता बताया.
एनआर/एसएम (डीपीए)