फलीस्तीन में होती है अनोखी बैचलर पार्टी
पश्चिम में बैचरल पार्टी की परंपरा है. यानी शादी से पहले अविवाहित के रूप में आखिरी पार्टी. ऐसी ही परंपरा फलीस्तीनी लोगों के बीच भी है, लेकिन उस पार्टी में जो होता है, वह और कहीं नहीं होता
फलीस्तीनी बैचलर पार्टी
फलीस्तीन के वेस्ट बैंक में बैचलर पार्टी की परंपरा है लेकिन दूल्हा बनने जा रहे लड़कों के साथ इन पार्टियों में जो होता है, वो कहीं नहीं होता.
अंडे, आटा, तेल
इन पार्टियों में दूल्हे मियां पर तरह-तरह की चीजें फेंकी जाती हैं. जैसे कि अंडे, तेल, केचअप और आटा.
नाच-गाना
ऐसा नहीं कि यह पार्टियां मस्तीभरी नहीं होतीं. इनमें खूब नाच-गाना होता है और दूल्हा व बाकी लोग खूब मजे करते हैं.
पीढ़ियों पुरानी रस्म
शादी की यह रस्म कई पीढ़ियों से चली आ रही है. इस रस्म में किसी को दुख-दर्द पहुंचाए बगैर जितना हो सके परेशान किया जाता है.
कैसे हुई शरुआत?
वैसे, लोग बताते हैं कि शुरुआत सिर्फ दूल्हे को नहलाने से हुई थी, जिसमें नाच-गाना शामिल था लेकिन समय के साथ-साथ अंडे-टमाटर भी पार्टी में शामिल हो गए.
भारत जैसी परंपरा
उत्तर भारत में भी ऐसी ही एक परंपरा है जिसमें दूल्हे को घोड़ी चढ़ाए जाने से पहले नहलाया जाता है. नहलाने से पहले उसे उबटन लगाया जाता है. तब नाच-गाना भी होता है.