क्या सिर्फ भारत के भरोसे है मालदीव का टूरिज्म?
मालदीव की एक तिहाई अर्थव्यवस्था टूरिज्म पर निर्भर है और 2023 में वहां सबसे ज्यादा पर्यटक भारत से गए. लेकिन भारत पर उसकी निर्भरता कितनी है? जानिए...
भारत में मालदीव विरोध
मालदीव के कुछ जूनियर मंत्रियों द्वारा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिप्पणियों के बाद भारत में मालदीव का विरोध हो रहा है. पर्यटकों से वहां घूमने ना जाने की अपील की जा रही है. और इसका असर संख्या पर दिखने भी लगा है.
सबसे ज्यादा भारतीय टूरिस्ट
आंकड़े बताते हैं कि 2023 में मालदीव जाने वाले पर्यटकों में सबसे बड़ी संख्या भारतीयों की थी. मालदीव के पर्यटन मंत्रालय के मुताबिक वहां भारत के दो लाख 9 हजार 198 टूरिस्ट गए. लेकिन आंकड़े कुछ और भी बताते हैं.
भारत जितने ही रूसी पर्यटक
2023 में जितने भारतीय पर्यटक मालदीव गए, लगभग उतने ही टूरिस्ट रूस के भी थे. रूसियों की संख्या दो लाख 9 हजार 146 थी, यानी भारत से सिर्फ 52 कम.
बढ़ रहे हैं चीनी पर्यटक
मालदीव जाने वाले चीनी पर्यटकों की संख्या में पिछले साल 24 फीसदी का बड़ा उछाल देखा गया जबकि भारत के टूरिस्टों की संख्या बढ़ी नहीं. 2023 में वहां चीन के एक लाख 87 हजार 118 पर्यटक गए.
यूरोप सबसे ऊपर
अगर यूरोपीय टूरिस्टों की कुल संख्या देखी जाए तो एकमुश्त वे बाकी किसी भी देश से ज्यादा बनते हैं. 2023 में यूके (1,55,730), जर्मनी (1,35,090), इटली (1,18,412) और फ्रांस (49,199) के ही करीब पांच लाख टूरिस्ट मालदीव गए थे.
अमेरिका का भी योगदान
2023 में अमेरिका के 74,575 टूरिस्ट मालदीव घूमने गए थे.