जंगल और उसके संसाधनों के अनियंत्रित इस्तेमाल से केन्या का किरिसिया फॉरेस्ट दम तोड़ने लगा. पानी की कमी से जानवर मरने लगे. पानी के लिए संघर्ष होने लगा. तब स्थानीय सांबुरू लोगों को समझ आया कि जंगल का अति दोहन उनका भविष्य खतरे में डाल रहा है. उन्होंने बिना किसी दबाव के खुद ही जंगल छोड़ने का फैसला किया. अब वो सस्टेनेबल तरीके से जंगल का ध्यान रख रहे हैं और जंगल उनका.