दूसरे विश्वयुद्ध के बाद यूरोप में ताकतवर होता दक्षिणपंथ
२६ सितम्बर २०२२दूसरे विश्वयुद्ध में एक दूसरे से लड़ रहे यूरोप के देशों ने जंग खत्म होने के बाद आर्थिक साझेदारी पर आधारित व्यवस्था को बढ़ावा देने की कोशिश की. इसी क्रम में 25 मार्च 1957 में इटली की राजधानी रोम में एक संधि हुई. संधि में इटली समेत छह देशों ने कई आर्थिक क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का समझौता किया. संधि के तहत यूरोपियन इकोनॉमिक कम्युनिटी बनाई गई. बाद में यही कम्युनिटी, यूरोपीय संघ की बुनियाद बनी. एक जनवरी 1958 से यह रोम संधि लागू हुई और इसके तीन महीने बाद मार्च में यूरोपीय संसद का जन्म हुआ. वक्त बीतने के साथ इसका दायरा बढ़ता गया. इसमें यूरोपीय संघ, यूरोपीय आयोग, कोर्ट ऑफ जस्टिस ऑफ द यूरोपियन यूनियन, यूरोपियन सेंट्रल बैंक, यूरोपियन कोर्ट ऑफ ऑडिटर्स जैसी कई संस्थाएं जन्म लेती गईं.
इटली चुनाव: धुर दक्षिणपंथी नेता मेलोनी बनेंगी पहली महिला प्रधानमंत्री
रोम संधि से शुरू हुआ सफर आज रोम के चुनावी नतीजों से परेशान हो रहा है. इटली में धुर दक्षिणपंथी पार्टी के नेतृत्व में सरकार बनने जा रही है. कई मुद्दों पर यूरोपीय संघ की आलोचना करने वाली जॉर्जिया मेलोनी इटली की पहली महिला प्रधानमंत्री बनने जा रही हैं. उनकी पार्टी ब्रदर्स ऑफ इटली को पूर्व प्रधानमंत्री सिल्वियो बैर्लुस्कोनी का समर्थन हासिल है. चुनाव नतीजों से ठीक पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का समर्थन कर चुके बैर्लुस्कोनी फिर से इटली में सरकार चलाने की स्थिति में आ चुके हैं.
इटली को बधाई, यूरोप को ताने
इटली में धुर दक्षिणपंथी पार्टी के नेतृत्व में बन रही गठबंधन सरकार को पहली बधाई, पोलैंड की दक्षिणपंथी सरकार से मिली. पोलिश प्रधानमंत्री मातेयुस मोराविकी ने फेसबुक पर लिखा, "शानदार जीत! बधाई!"
पोलैंड के उप कृषि मंत्री यानुस कोवालस्की ने ट्वीट किया, "यूरोपीय संघ का दक्षिणपंथी पलड़ा मजबूती से बढ़ रहा है, हम कम्युनिस्ट, वामपंथी और एलजीबीटी लॉबी और उन सबको को हरा देंगे जो हमारी सभ्यता को बर्बाद कर रहे हैं."
इटली के नतीजों ने जर्मन नेता और यूरोपीय आयोग की प्रमुख उर्सुला फॉन डेय लायन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. फॉन डेय लायन ने हाल ही में इटली में राइटविंग गठबंधन की जीत की संभावना पर चिंता जताते हुए कहा था, "अगर चीजें मुश्किल राह की तरफ बढ़ेंगी तो जैसा मैंने हंगरी और पोलैंड के बारे में कहा, हमारे पास उपाय हैं."
इटली की नई गठबंधन सरकार में शामिल अहम नेता मातेओ सालविनी ने फॉन डेय लायन के बयान को "शर्मनाक घमंड" करार देते हुए, उनसे माफी मांगने को कहा है. वहीं पोलैंड के उप न्यायमंत्री मिखाल वोजसिक ने इटली के चुनावी नतीजों को उर्सुला फॉन डेय लायन की हार बताया है. पोलिश नेता ने यूरोपीय आयोग की प्रमुख को" यूरोपीय संघ की लोकतंत्र विरोधी ताकतों का प्रतिनिधि" भी करार दिया.
दक्षिणपंथ के उभार से चिंता में डूबे देश
जर्मनी के नेताओं ने इटली में जॉर्जिया मेलोनी की जीत के बाद चिंता जताई है. जर्मनी की मुख्य विपक्षी और सेंटर राइट पार्टी सीडीयू के नेता युर्गेन हार्ट कहते हैं कि मेलोनी खुलकर पोस्ट फासिस्ट बयान देती हैं. विदेश नीति के एक्सपर्ट हार्ट कहते हैं, "नस्लवाद और अल्पसंख्यकों को मुख्य धारा से अलग करने की यूरोप में कोई जगह नहीं है." हार्ट उम्मीद कर रहे हैं कि 86 साल के बैर्लुस्कोनी अपने अनुभव की मदद से इटली की नई सरकार को सही रास्ते पर रख सकेंगे.
जर्मनी में सरल कारोबार की समर्थक और सरकार में शामिल पार्टी, एफडीपी के नेता आलेक्जांडर ग्राफ लामब्सडोर्फ को लगता है कि अब यूरोपीय संघ के स्तर पर फैसले करने में ज्यादा मुश्किलें सामने आयेंगी. जर्मन सरकार में दूसरे नंबर की गठबंधन पार्टी ग्रीन के नेता ओमिद नौरिपोर के मुताबिक ये बात सब जानते हैं कि दक्षिणपंथी राष्ट्रवादी गठबंधन के भीतर के लोगों के "क्रेमलिन के साथ बेहद करीबी रिश्ते हैं"
फ्रांस में दक्षिणपंथ की ताकत बढ़ने और इमानुएल माक्रों के कमजोर होने के मायने
स्पेन के विदेश मंत्री खोसे मानुएल अल्बारेस ने इटली के चुनाव नतीजों के बाद सोमवार को चेतावनी देते हुए कहा, "ये बहुत ही असमंजस वाली घड़ी है और ऐसे मौकों पर लोकलुभावन आंदोलन उभरता है, लेकिन यह हमेशा एक ही ढंग से खत्म होता है- त्रासदी में क्योंकि वह बहुत ही जटिल समस्याओं का क्षण भर के लिए साधारण उत्तर देता है."
फ्रांस के नेताओं ने इटली के चुनाव नतीजों को लेकर सतर्क रहने की बात कही है. फ्रांस की प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न ने कहा, "मैं इटली के लोगों की लोकतांत्रिक पसंद पर टिप्पणी नहीं करूंगी." इसके बाद उन्होंने कहा कि महिला अधिकारों और यूरोपीय मूल्यों का सम्मान हर सदस्य देश को करना चाहिए.
यूरोप में कहां कहां दक्षिणपंथी सरकारें
27 यूरोपीय देशों के संघ ईयू में दक्षिणपंथी रुझान वाली पार्टियों का दबदबा बढ़ता जा रहा है. हंगरी और पोलैंड में दक्षिणपंथी पार्टियां मजबूती से सत्ता में हैं. हाल के वर्षों में ऑस्ट्रिया जैसा देश भी राइटविंग सरकार देख चुका है. अप्रैल 2022 में फ्रांस में हुए राष्ट्रपति चुनावों में भी इमानुएल माक्रों को दक्षिणपंथी धड़े से कांटे की टक्कर मिली. इसके कुछ ही महीनों बाद स्वीडन में पहली बार दक्षिणपंथी सरकार बनी. अब इटली में भी धुर दक्षिणपंथी पार्टी सत्ता में बैठने जा रही है.
स्वीडन में पहली बार सत्ता के करीब धुर दक्षिणपंथी पार्टी
नीदरलैंड्स, जर्मनी, फ्रांस और स्पेन के कई प्रांतों में दक्षिणपंथी पार्टियां बेहद मजबूत हो चुकी हैं. दूसरे विश्वयुद्ध के बाद, उदारवाद और सामाजिक सुरक्षा से भरे पूंजीवाद के लिए पहचान बनाने वाला यूरोप अब बदलता दिख रहा है. दक्षिणपंथी पार्टियां कुछ मुद्दों पर बिल्कुल अलग राय रखती हैं. वे अल्पसंख्यकों और विदेशी मूल के लोगों के प्रति पूर्वाग्रह रखती हैं. महिला अधिकारों और एलजीबीटी समुदायों के प्रति भी वे कठोर रुख अपनाती हैं. उदारवादी वैश्विक व्यवस्था को लेकर भी उनमें एक झिझक नजर आती हैं.
ओएसजे/एनआर (एएफपी, डीपीए, रॉयटर्स)