2022 में इन देशों पर आफत टूटी
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद दुनिया भर में ऐसा लग रहा है कि राजनीतिक उथल-पुथल का सिलसिला शुरू हो गया है. कई देशों में अस्थिरता का माहौल बन गया है.
यूक्रेन पर हमला
रूस ने यूक्रेन पर 24 फरवरी को हमला कर दिया था और उसके बाद से ही वह यूक्रेनी शहरों को निशाना बना रहा है. पहले यह कहा जा रहा था कि कीव कुछ दिनों में रूस के कब्जे में आ जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. युद्ध में सैकड़ों बेगुनाह लोग मारे गए हैं.
पाकिस्तान में राजनीतिक संकट
पाकिस्तान में नेशनल असेंबली के भंग किए जाने को लेकर संग्राम छिड़ा हुआ है. संसद को भंग किए जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो रही है. इमरान खान का आरोप है कि विदेशी शक्ति देश को कमजोर करने में लगी हुई है.
श्रीलंका में हाहाकार
श्रीलंका की जनता पिछले कई हफ्तों से जरूरी चीजों के ऊंचे दाम को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन कर रही है. देश में दवा, खाद्य और ईंधन की भारी कमी हो गई है. सरकार के मंत्रिमंडल ने 3 अप्रैल को इस्तीफा दे दिया था. श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने 5 अप्रैल को देशव्यापी आपातकाल को हटा लिया. यह आपातकाल एक अप्रैल से लागू किया गया था. श्रीलंका इस समय अपने सबसे बुरे आर्थिक संकट से जूझ रहा है.
कुवैत में सियासी संकट
कुवैत की सरकार ने अपने गठन के कुछ ही महीनों बाद 5 अप्रैल को इस्तीफा दे दिया, सरकार के इस्तीफे के बाद नई अनिश्चितता पैदा हो गई. सरकार को आने वाले दिनों में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना था. सरकार के इस्तीफे के बाद देश में आर्थिक और सामाजिक सुधार अधर में लटक गए हैं.
म्यांमार में लोकतंत्र अभी दूर
भारत के पड़ोसी देश में पिछले साल चुनी हुई सरकार को बेदखल कर सेना ने सत्ता अपने हाथों में ले लिया था. देश की नेता आंग सान सू ची को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया था. सैन्य जुंटा ने लोकतंत्र की स्थापना के लिए अबतक कोई कदम नहीं उठाए हैं.