ब्रिटेन में तेल का भारी संकट
२७ सितम्बर २०२१रविवार को ब्रिटेन की पेट्रोल रीटेलर्स एसोसिएशन ने कहा कि उसके लगभग 5,000 पेट्रोल पंपों में से दो तिहाई के पास तेल खत्म हो गया है. ऐसा ट्रक ड्रइवरों की कमी के कारण हो रहा है.
एसोसिएशन ने कहा कि दो तिहाई पंपों के पास पेट्रोल खत्म हो गया है जबकि बाकियों के पास भी बहुत कम ईंधन बचा है. एसोसिएशन के अध्यक्ष ब्रायन मैडरसन ने कहा कि ऐसा डर के कारण की जा रही जमाखोरी के चलते हो रहा है.
मैडरसन ने बीबीसी से बातचीत में कहा, "देश में बहुत तेल है लेकिन वाहन चालकों के लिए यह गलत जगहों पर है. यह अब भी टर्मिनलों और रिफाइनरियों में पड़ा है.”
ब्रेक्जिट पर इल्जाम
ब्रिटेन में जगह जगह पेट्रोल पंपों की लंबी कतारें देखी जा सकती हैं. सप्ताहांत पर लोगों को तेल लेने में खासी मशक्कत का सामना करना पड़ा. कुछ ड्राइवरों को तो घंटों इंतजार करना पड़ा. एक स्टेशन पर तो झगड़ा होने के कारण पुलिस को भी बुलाया गया. पुलिस ने बताया कि एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है.
उद्योग जगत का कहना है कि ब्रिटेन में ट्रक ड्राइवरों की भारी कमी हो गयी है. दसियों हजार ड्राइवर कम हैं और इसकी वजह कोरोनावायरस महामारी के अलावा और बहुत से कारण हैं. इसके अलावा लोगों की बढ़ती औसत उम्र और ब्रेक्जिट के चलते बहुत से लोगों के देश छोड़ देने के कारण भी ऐसा हुआ.
फ्रांस के यूरोपीय मामलों के मंत्री क्लेमेंट बुआने ने कहा कि यह स्थिति दिखाती है कि ब्रेक्जिट एक ‘बौद्धिक घोटाला' था. उन्होंने फ्रांस-2 टीवी से बातचीत में कहा, "हर रोज हम देख रहे हैं ब्रेक्जिट एक बौद्धिक घोटाला था.”
तस्वीरेंः कच्चे तेल से क्या मिलता है
अमेरिका और जर्मनी समेत कई अन्य देश भी ट्रक ड्राइवरों की कमी से जूझ रहे हैं. लेकिन ब्रिटेन में यह समस्या बड़े स्तर पर दिखाई दे रही है, जहां पेट्रोल पंप खाली हैं और सुपर मार्किटों में भी सामान नहीं पहुंच रहा है.
ट्रक ड्राइवरों को मिलेंगे वीसा
ट्रक ड्राइवरों को वीसा देने के लिए सरकार पर पिछले कई हफ्तों से दबाव बढ़ रहा था. आखिरकार शनिवार को सरकार ने घोषणा की कि विदेशी ट्रक ड्राइवरों को आपातकालीन वीसा दिया जाएगा ताकि क्रिसमस के वक्त ब्रिटिश परिवारों को खिलौनों या टर्की के बिना ना रहना पड़े.
सरकार का कहना है कि अक्टूबर से ट्रक ड्राइवरों को पांच हजार वीजा जारी किए जाएंगे. इसके अलावा पोल्ट्री में काम करने के लिए 5,500 वीजा जारी किए जाएंगे.
कुछ ओद्यौगिक संगठनों ने सरकार के नए वीसा प्लान का स्वागत किया है लेकिन ब्रिटिश रीटेल कन्सोर्टियम ने इसे बहुत देर से आई बहुत कम मदद बताया है. कॉन्फेडरेशन ऑफ ब्रिटिश इंडस्ट्री की अध्यक्ष रूबी मैक्ग्रॉगर-स्मिथ ने कहा कि यह जलती आग पर एक डिब्बा पानी डालने जैसा है.
वीके/एए (रॉयटर्स, एएफपी)