यूक्रेन में आम लोग भी कर रहे हैं सेना की मदद
यूक्रेन युद्ध अब अपने दूसरे महीने में प्रवेश कर चुका है. देश भर में कलाकार और दूसरे वालंटियर यूक्रेन की सेना की मदद करने के लिए बचाव और सुरक्षा का सामान भी बना रहे हैं. देखिए क्या क्या कर रहे हैं यूक्रेन के नागरिक.
मूर्तियों की जगह टैंक-रोधी उपकरण
शांति के समय कलाकार वोलोदिमिर कोलेस्निकोव हंगरी की सीमा के पास उजोरोड़ में अपनी कार्यशाला में धातुओं की मूर्तियां बनाते हैं. लेकिन आजकल वो इसी कार्यशाला में टैंक रोधी उपकरण बना रहे हैं. इन्हें 'चेक हेजहॉग' कहा जाता है और इन्हें बनाने में दूसरे कलाकार और श्रमिक कोलेस्निकोव की मदद कर रहे हैं.
युद्ध क्षेत्र के लिए चूल्हे
धातुओं से सामान बनाने वाले यान पोत्रोहोश कुछ और लोगों के साथ मिल कर पोर्टेबल चूल्हे बना रहे हैं. इन चूल्हों का इस्तेमाल युद्ध क्षेत्र में और अन्य इलाकों में किया जा सकता है. यह तस्वीर धातु की उस पट्टी की है जिसका इस्तेमाल ये लोग अपनी बनाई कृतियों को चिन्हित करने के लिए करते हैं.
बस्तों से बुलेटप्रूफ जैकेट तक
साश्को होरोन्दी की कंपनी युद्ध शुरू होने से पहले पीठ पर लटकाए जाने वाले बस्ते और उनकी एक्सेसरीज बनाया करती थी. लेकिन फरवरी में उन्होंने अपने उत्पाद बदल दिए और अब वो यूक्रेन के सैनिकों के लिए बुलेटप्रूफ जैकेट बनाते हैं.
ओडेसा में बन रहे हैं बैरिकेड
तटीय शहर ओडेसा में रहने वाले विक्टर एक वालंटियर बन गए हैं और अपने शहर के अन्य लोगों के साथ समुद्र तट पर बोरियों में रेत भरने का काम कर रहे हैं. इन बोरियों का इस्तेमाल संभावित रूसी हमले के खिलाफ बैरिकेड बनाने में किया जा रहा है.
चर्च में कैमोफ्लाज जालियां
इवानो फ्रैंक्विसक शहर में वालंटियर एक चर्च में मिल कर सेना के लिए कैमोफ्लाज जालियां बना रहे हैं. इस तस्वीर में एक महिला कपड़ों को एक साथ बांधकर जाली का ढांचा बना रही है.
साथ मिल कर मदद
लवीव पॉलिटेक्निक राष्ट्रीय विश्वविद्यालय यूक्रेन के सबसे पुराने और सबसे जाने माने शिक्षण संस्थानों में से है. वालंटियर यहां भी मिल कर सेना के लिए कैमोफ्लाज जालियां बना रहे हैं. (उलरीक शुल्ज)