12 साल बाद नेतन्याहू की विदाई, नफताली बने प्रधानमंत्री
१४ जून २०२१इस्राएल के सांसदों ने रविवार को गठबंधन सरकार में विश्वास मत को मंजूरी दे दी. और इसी के साथ प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू का युग समाप्त हो गया. गठबंधन सरकार में पार्टियों के बीच मजबूत वैचारिक मतभेद हैं, लेकिन वे नेतन्याहू को बाहर करने के लिए सहमत हुए.
120 सदस्यीय इस्राएली संसद में नफताली बेनेट के पक्ष में 60 सांसदों ने वोट दिया जबकि 59 सांसदों ने इसके विरोध में वोट डाला. एक सदस्य अनुपस्थित था.
मतदान के तुरंत बाद, नफताली बेनेट ने प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली और वे इस्राएल के पहले रूढ़िवादी यहूदी नेता के रूप में प्रधानमंत्री बने हैं. गठबंधन सरकार के समझौते के तहत, दक्षिणपंथी यामिना पार्टी के नफताली बेनेट 2023 तक प्रधानमंत्री बने रहेंगे और येश एतिड पार्टी के नेता यश अतीद के नेता याइर लैपिड को दो और वर्षों के लिए सत्ता सौंप दी जाएगी.
बेनेट का कैबिनेट को पहला संबोधन
बेनेट ने पारंपरिक यहूदी तरीके से नए मंत्रिमंडल की पहली बैठक शुरू की. उन्होंने कहा कि देश "एक नई दिशा में आगे बढ़ रहा है. इस्राएल के नागरिक हमारी ओर देख रहे हैं और उनकी उम्मीदों पर खरा उतरना हमारी जिम्मेदारी है. इस जिम्मेदारी को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए हमें यह ध्यान रखना होगा कि हम सभी को अपने-अपने वैचारिक मुद्दों के प्रति सहिष्णु होना होगा."
याइर लैपिड ने अपने छोटे संबोधन में कहा, "यह सरकार दोस्ती और विश्वास पर आधारित है और हमें इसे बनाए रखना चाहिए."
गठबंधन सरकार में कौन शामिल है?
गठबंधन सरकार अलग-अलग राजनीतिक विचारधाराओं वाली आठ पार्टियों से बनी है, जिनमें दक्षिणपंथी राष्ट्रवादी यामिना पार्टी से लेकर अरब इस्लामिक कंजर्वेटिव राम पार्टी तक शामिल हैं. 120 सदस्यीय संसद में गठबंधन दलों के कुल 61 सदस्य हैं. गठबंधन सरकार में कुल तीन दक्षिणपंथी, दो मध्यमार्गी, दो वामपंथी और एक अरब दल शामिल हैं. यह पहली बार है जब कोई अरब पार्टी इस्राएल के सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल हुई है. यामिना पार्टी के नेता बेनेट ने कहा, "आज ढाई साल के राजनीतिक संकट का अंत हो गया."
इस्राएली संसद में इस्लामिक राम पार्टी के प्रमुख मंसूर अब्बास ने कहा कि उनकी पार्टी अपने सहयोगियों के लिए और "देश के सभी नागरिकों, यहूदियों और अरबों के लिए बेहतर, नए, सैद्धांतिक संबंधों के लिए बड़ा बलिदान कर रही है."
विश्व नेताओं की प्रतिक्रिया
दुनिया के कई नेताओं ने इस्राएल को नया प्रधानमंत्री मिलने पर बधाई दी है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक बयान में कहा, "मैं प्रधानमंत्री नफताली बेनेट, वैकल्पिक प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री याइर लैपिड और नई इस्राएली कैबिनेट के सभी सदस्यों को बधाई देता हूं." उन्होंने कहा, "मैं संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री बेनेट के साथ काम करना चाहता हूं. अमेरिका के लिए इस्राएल से बेहतर कोई दोस्त नहीं हो सकता है."
जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने एक बयान में कहा, "जर्मनी और इस्राएल के बीच एक अद्वितीय मैत्रीपूर्ण संबंध है और हम इसे और मजबूत करना चाहते हैं. मैं आपके साथ करीब से काम करना चाहती हूं." वहीं यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने भी बेनेट को बधाई दी और क्षेत्र में सामान्य समृद्धि और शांति और स्थिरता के लिए यूरोपीय संघ-इस्राएल संबंधों को मजबूत करने का आह्वान किया.
नए प्रधानमंत्री बेनेट ने हाई टेक सेक्टर में हजारों करोड़ कमाए हैं. वे तेल अवीव के उप नगर में रहते हैं और नेतन्याहू के पूर्व सहयोगी हैं. उनकी पार्टी ने मार्च में हुए चुनाव में केवल सात सीटें जीती थीं. उनकी धार्मिक राष्ट्रवादी पार्टी के सांसद ने गठबंधन के विरोध में उनका साथ छोड़ दिया लेकिन नेतन्याहू को पद से हटाने के लिए बेनेट अडिग रहे और उन्होंने आखिरकार सत्ता हासिल कर ही ली.
एए/वीके (एपी, डीपीए, एएफपी, रॉयटर्स)