फेंटनिल इतनी घातक क्यों है?
२ सितम्बर २०२३दवा के रूप में फेंटनिल दर्द से राहत देती है और उसे कम करती है. लेकिन इसका इस्तेमाल सख्त निगरानी में होना चाहिए. फेंटनिल का नाजायज सेवन इंसान की चेतना को बाधित कर देता है. उसकी सांस धीमी पड़ जाती है, व्यक्ति अचेत हो जाता है और हालत बिगड़ी तो जान भी जा सकती है.
अमेरिका में सिर्फ 2021 में ही 70,000 से ज्यादा लोगों की मौत फेंटनिल का सेवन करने से हुई. इस दवा की बहुत ज्यादा लत लग जाती है.
दवा में फेंटनिल का इस्तेमाल कब होता है?
फेंटनिल का इस्तेमाल कैंसर के मरीजों के उपचार में किया जाता है. गंभीर सर्जरी के बाद तीखे दर्द को मिटाने के लिए भी इसका इस्तेमाल होता है. मॉरफीन, ओक्सीकोडोन (ओक्सीकोनटीन के नाम से प्रचलित) और हाइड्रोमॉरफोन जैसी अफीम आधारित अन्य दर्दनिवारक दवाओं की तुलना में फेंटनिल काफी ताकतवर और ज्यादा असरदार है. यह हेरोइन से 50 गुना ज्यादा ताकतवर होती है. हेरोइन भी एक नशा है.
चूंकि फेंटनिल केंद्रीय तंत्रिका तंत्र पर असर डालती है, इसलिए ऑपरेशन से पहले उसे एनस्थेटिक की तरह भी इस्तेमाल किया जाता है. यह मरीजों को एक गहरी नींद की अवस्था में पहुंचा देती हैं, जहां वे आराम करते हैं और कोई दर्द महसूस नहीं करते. दवा की खुराक ऑपरेशन की गंभीरता और अवधि पर निर्भर करती है.
चूंकि फेंटनिल से श्वसन संबंधी परेशानी आ सकती है (धीमी सांस और शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई में कमी), लिहाजा दवा की खुराक डॉक्टरों और अन्य चिकित्सा कर्मियों की निगरानी में सावधानीपूर्वक दी जानी चाहिए.
फेंटनिल को कैसे दिया जाता है?
फेंटनिल को नसों के जरिए दिया जा सकता है. उससे दवा सीधे खून में पहुंच जाती है, जहां तेजी से असर करती है. लोग जब फेंटनिल को अनियंत्रित और निगरानी के बगैर लेते हैं, तो वे अक्सर ओवरडोज के शिकार होते हैं. इससे उनकी जान भी जा सकती है.
दवा, पाउडर के रूप में भी बिकती है. फेंटनिल की लत के शिकार लोग अक्सर इसे पाउडर के रूप में सूंघते हैं. कुछ उसे गोलियों के रूप में लेते हैं, जो मध्य और लैटिन अमेरिका की अस्थायी लैबों में पाउडर से बनाई जाती हैं. दोनों तरीकों में ही सही खुराक कायम रखना मुश्किल होता है. उसकी छोटी सी मात्रा भी, यानी महज दो मिलीग्राम भी घातक हो सकती है.
ट्रांसडर्मल फेंटनिल के तौर पर मशहूर फेंटनिल प्लास्टर्स का इस्तेमाल एक निश्चित समयावधि में क्रॉनिक दर्द के इलाज में किया जाता है. क्लिनिकों, ऑपरेशनों और दवाखानों पर फेंटनिल प्लास्टर्स का उचित निस्तारण सुनिश्चित करने के लिए अक्सर जोर दिया जाता है. इसकी वजह यह है कि फेंटनिल की लत के शिकार लोग उसे कचरे के डिब्बों में तलाशने से भी बाज नहीं आते.
नशेड़ी अक्सर फेंटनिल को स्मोक भी करते हैं और उसके धुंए को सांस के साथ अंदर खींचते हैं. तब भी, दवा के ओवरडोज और उससे होने वाले नतीजों की चपेट में आने की आशंका बनी रहती है.
अवैध फेंटनिल कहां से आती है?
फेंटनिल बनाने के लिए जिन तमाम पदार्थों की जरूरत होती है, वे चीन से आते हैं. वहां से मध्य और लैटिन अमेरिका पहुंचाए जाते हैं, जहां उनसे मादक द्रव्य (नशा) तैयार किया जाता है और फिर उत्तर अमेरिका में अवैध रूप से बेचा जाता है.
अमेरिकी ड्रग एन्फोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन (डीईए) ने बताया कि 2022 में उसने फेंटनिल की पांच करोड़ छह लाख गोलियां और 4,500 किलोग्राम से ज्यादा पाउडर जब्त किया था. डीईए के मुताबिक, इतनी मात्रा फेंटनिल की करीब 37 करोड़ 90 लाख संभावित घातक खुराकों के बराबर है. इतनी मात्रा अमेरिका की 33 करोड़ 30 लाख की समूची आबादी को खत्म करने के लिए काफी है.
फेंटनिल 1970 के दशक से अवैध रूप से इस्तेमाल की जाती रही है. दवा का गैरकानूनी उत्पादन 1980-1990 के दशकों में तेजी से हुआ और 2000 के दशक में और बड़े अनुपात में होने लगा. दवा का प्रसार लगातार बना रहा, खासतौर पर अमेरिका में. उसी तेजी से उसकी लत के शिकार लोगों की संख्या बढ़ी और फेंटनिल से जुड़ी मौते भीं.