दीवारों के सहारे किलेबंदी करता तुर्की
सीरिया के बाद तुर्की ने ईरान से लगी सीमा पर भी कंक्रीट की दीवार खड़ी कर दी है. तुर्की आतंरिक सुरक्षा का हवाला देते हुए ईरान, सीरिया और इराक की सीमा पर ऐसी दीवारें खड़ी कर रहा है.
पड़ोसियों से अनबन
यूरोप और एशिया के बीच बसे तुर्की की पूर्वी और दक्षिणी सीमाएं जॉर्जिया, अर्मेनिया, ईरान, इराक और सीरिया से मिलती हैं. ईरान, सीरिया और इराक के साथ लगी सीमा को तुर्की अपनी सुरक्षा के लिए खतरा मानता है.
ईरान के साथ दीवार पूरी
मई 2021 में तुर्की ने ईरान बॉर्डर पर 81 किलोमीटर लंबी कंक्रीट की दीवार लगाने का काम पूरा कर लिया. दीवार तीन मीटर ऊंची और एक फुट चौड़ी है.
पेट्रोलिंग का इंतजाम
81 किलोमीटर लंबी दीवार के भीतर गश्त लगाने के लिए एक सड़क भी बनाई गई है. दीवार पर सीसीटीवी कैमरे और निगरानी पोस्ट भी बनाई गई हैं. निगरानी पोस्टों में बुलेटप्रूफ कांच लगाया गया है.
किससे खतरा
तुर्की के मुताबिक ईरान, सीरिया और इराक में कुर्द उग्रवादी गुट पीकेके सक्रिय रहता है. तुर्की का आरोप है कि ईरान ने भी पीकेके के 1,000 उग्रवादियों को शरण दी हैं. दीवार बनाने के पीछे यह भी एक बड़ा कारण है
सेना की निगरानी में बनी दीवार
तुर्की की सरकार के मुताबिक दीवार बनाने के काम में सेना रात दिन जुटी रही. तुर्की का आरोप है कि ईरान की सीमा से मानव तस्करी, मादक पदार्थ और हथियार भी आर पार होते थे.
शरणार्थी संकट को रोकना
इस दीवार के जरिए तुर्की गैरकानूनी आप्रवासियों को भी रोकना चाहता है. तुर्की में ईरान की सीमा से बड़ी संख्या में अफगान, पाकिस्तानी और ईरानी दाखिल होते रहे हैं. इनमें से ज्यादातर यूरोप पहुंचना चाहते हैं. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक कुछ हफ्ते ऐसे भी थे जब हर दिन 500 अफगान तुर्की में दाखिल हुए.
सीरिया बॉर्डर भी बंद
2018 में तुर्की ने सीरिया के साथ लगी 830 किलोमीटर से ज्यादा लंबी सीमा पर भी दीवार खड़ी कर दी. तुर्की का कहना है कि इराक से लगे बॉर्डर पर भी जल्द ही दीवार पूरी कर ली जाएगी.
प्राकृतिक दुष्परिणाम
पर्यावरण विशेषज्ञों ने चेतावनी देते हुए कहा कि इस दीवार के बुरे नतीजे पूरे इलाके को परेशान करेंगे. वन्यजीव आसानी से चारे, प्रजनन और पानी की तलाश में इलाके नहीं बदल सकेंगे. दीवार बाढ़ का पानी भी रोकेगी और वेटलैंड्स को प्रभावित करेगी.