तुर्की में खुला दुनिया का सबसे लंबा सस्पेंशन ब्रिज
तुर्की में दुनिया का सबसे लंबा सस्पेंशन ब्रिज खुल गया है. यह पुल एशिया और यूरोप के बीच बना सबसे लंबा सस्पेंशन पुल है.
1915 कानाक्कल ब्रिज
इस पुल का उद्घाटन हाल ही में तुर्की के राष्ट्रपति रेचप तैयप एर्दोवान ने किया है. इसे बनाने में 2.7 अरब डॉलर (20 हजार करोड़ रुपये) खर्च हुए.
बचत भी कराएगा पुल
इस पुल के बन जाने के बाद हर साल तुर्की ईंधन की खपत और कार्बन उत्सर्जन में कमी से 45 करोड़ डॉलर यानी 3492 अरब रुपये की बचत करेगा.
दो टावरों के बीच लंबा फासला
पुल के दो टावरों के बीच करीब दो किलोमीटर का फासला है. एर्दोवान ने पुल के उदघाटन के मौके पर कहा, "1915 कानाक्कल ब्रिज दुनिया का सबसे लंबा सस्पेंशन ब्रिज बन गया है."
6 मिनट में पूरी होगी दूरी
तुर्की के उत्तर-पश्चिमी प्रांत कानाक्कल के यूरोपीय क्षेत्र में पड़ने वाले गेलिबोलू शहर को यह पुल एशियाई क्षेत्र में पड़ने वाले लापसेकी से जोड़ेगा. पुल की मदद से डेढ़ घंटे की फेरी की यात्रा महज छह मिनट में पूरी हो जाएगी.
जापान को पछाड़ा
एर्दोवान ने कहा, "तुर्की ने जापान को पीछे छोड़ दिया है, जिसके पास मिडस्पैन के मामले में दुनिया का सबसे लंबा पुल है. अब तुर्की ने पहला स्थान ले लिया है."
ऐतिहासिक मौके पर उदघाटन
प्रथम विश्व युद्ध के दौरान दार्दानेल्ज में फ्रांसीसी और ब्रिटिश सेना के खिलाफ 1915 की ओटोमन नौसैनिक जीत की 107वीं वर्षगांठ के मौके पर इसे आम लोगों के लिए खोला गया है.