आखिर शूटर ट्रंप के मंच के इतने पास पहुंचा कैसे
१५ जुलाई २०२४ट्रंप ने एक अमेरिकी मीडिया संगठन से रविवार को कहा कि उन्हें "मृत होना चाहिए." समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक अपने रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रीय सम्मलेन में शामिल होने के लिए मिल्वौकी जाने के रास्ते में ट्रंप ने न्यू यॉर्क पोस्ट को अपने हवाई जहाज पर दिए गए एक साक्षात्कार में बताया, "मुझे यहां नहीं होना था. मुझे तो मृत होना चाहिए."
दाहिने कान पर पट्टी बंधवाए ट्रंप ने आगे कहा कि वह एक "बुरे सपने जैसे अनुभव था." मिल्वौकी में ट्रंप के नाम पर राष्ट्रपति चुनावों के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार के रूप में आधिकारिक रूप से मुहर लगनी है. लेकिन इस बीच उनकी हत्या की कोशिश ने चुनावों के पहले के माहौल को पूरी तरह से बदल दिया है.
150 मीटर भी दूर नहीं था शूटर
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस रैली में सुरक्षा के इंतजाम की स्वतंत्र जांच के आदेश दिए हैं. सीक्रेट सर्विस ने हमले की जांच शुरू कर दी है. जांच अधिकारी यह समझना चाह रहे हैं कि आखिर यह संभव कैसे हुआ कि एक बंदूकधारी व्यक्ति ट्रंप के मंच के इतनी पास एक छत पर पहुंच गया और वहां से गोली चला भी दी और ट्रंप को घायल कर दिया.
समाचार एजेंसी एपी ने इस रैली के एक दर्जन से भी ज्यादा तस्वीरों और वीडियो का विश्लेषण किया है. एजेंसी ने साथ ही सैटेलाइट से प्राप्त तस्वीरों का भी अध्ययन किया और पाया कि शूटर थॉमस मैथ्यू क्रुक्स ने जिस छत से गोलियां चलाईं वह ट्रंप के मंच से 150 मीटर से भी कम दूरी पर स्थित थी.
कैसी थी ट्रंप और बाइडेन की पहली बहस
20 वर्षीय क्रुक्स पेंसिल्वेनिया के पिट्सबर्ग का रहने वाला था और एक नर्सिंग होम में काम करता था. वह ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी का ही एक पंजीकृत सदस्य था. उसका घर रैली के स्थान से करीब एक घंटे दूर था और उसने अपनी गाड़ी में विस्फोटक पदार्थ भरे हुए थे.
क्रुक्स के बारे में क्या जानकारी मिली है
अधिकारी अभी तक यह पता नहीं लगा पाए हैं कि क्रुक्स क्यों ट्रंप की हत्या करना चाहता था. फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन (एफबीआई) को अभी तक क्रुक्स की तरफ से कोई संदेहास्पद विचारधारा के संकेत या कोई सोशल मीडिया पोस्ट के बारे में पता नहीं चला है. उसके खिलाफ पहले से कोई आपराधिक मामले दर्ज नहीं हैं.
एफबीआई का मानना है कि क्रुक्स ने अकेले ही इस घटना को अंजाम दिया. हमले की संभावित आंतरिक आतंकवादी हमले के तौर पर जांच की जा रही है. इस बीच राष्ट्रपति बाइडेन ने टीवी पर दिखाए राष्ट्र के नाम एक संबोधन में कहा कि राजनीतिक आवेग तेज हो सकता है लेकिन "हमें कभी भी हिंसा के स्तर पर नहीं उतरना चाहिए." उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका की स्थापना ऐसे लोकतांत्रिक सिद्धांतों पर हुई है जो बल से ज्यादा तर्क और संतुलन को प्राथमिकता देते हैं.
सीके/एए (एपी, एएफपी)