अमेरिका में वोटिंग, कौन बनेगा राष्ट्रपति
३ नवम्बर २०२०अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मंगलवार को सबसे पहले पूर्वी तट पर बने मतदान केंद्रों में वोट डाले गए. सबसे पहले न्यू हैंपशर के छोटे छोटे कस्बों में मतदान शुरू हुआ, जहां पारंपरिक तौर पर मध्य रात्रि को वोट डाले जाते हैं.
वहीं पूर्वी राज्यों में ज्यादातर मतदान केंद्रों में स्थानीय समय के अनुसार सुबह छह बजे या फिर सात बजे वोटिंग शुरू हुई. इसके बाद अन्य राज्यों में स्थानीय समय के अनुसार वोटिंग आगे बढ़ी. अमेरिका के कुल पचास राज्य छह टाइम जोन्स में बंटे हैं.
मौजूदा राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप को डेमोक्रैटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन से कड़ी टक्कर मिल रही है. राष्ट्रीय स्तर पर हुए चुनावी सर्वेक्षणों में बाइडेन की बढ़त बताई गई है. लेकिन चुनावी सर्वे में बढ़त का यह मतलब नहीं है कि बाइडेन का जीतना तय है. पिछली बार के चुनाव में डेमोक्रैटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को आम लोगों को ज्यादा वोट मिले थे, लेकिन जीत मिली रिपब्लिकन पार्टी के डॉनल्ड ट्रंप को.
अमेरिकी की पेचीदा चुनावी प्रक्रिया में परिणाम में इलेक्ट्रोरल कॉलेज की अहम भूमिका होती है. इलेक्ट्ररोल कॉलेज के सदस्य अलग अलग राज्यों से चुने जाते हैं. ज्यादातर राज्यों में जिस पार्टी को सबसे ज्यादा वोट मिलते हैं सारी सीटें वही ले जाती है.
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महामारी के बीच चुनाव
इस बार अमेरिकी चुनाव ऐसे समय में हो रहे हैं जब दुनिया कोरोना महामारी से परेशान है. ऐसे में बहुत से लोगों ने अपने वोट पहले ही डाक मतपत्रों के जरिए डाल दिए हैं. बड़ी तादाद में डाक मतपत्रों को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार वोटों की गिनती में ज्यादा समय लग सकता है. राष्ट्रपति ट्रंप डाक मत पत्रों की विश्वसनीयता पर सवाल भी उठा रहे हैं.
अमेरिकी मतदाता देश का राष्ट्रपति चुनने के अलावा अमेरिकी संसद के दोनों सदनों के सदस्यों को भी चुन रहे हैं. कांग्रेस के निचले सदन प्रतिनिधि सभा की सभी 435 सीटों के लिए मतदान हो रहा है. माना जा रहा है कि प्रतिनिधि सभा में डेमोक्रेटिक पार्टी का बहुमत बना रहेगा. वहीं कांग्रेस के ऊपरी सदन सीनेट की सौ में से 35 सीटों के लिए भी मतदान हो रहा है जहां अभी रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत है.
इस चुनाव का सबसे प्रमुख मुद्दा कोरोना महामारी रहा, क्योंकि अमेरिका में इस वायरस के सबसे ज्यादा मामले हुए और सबसे ज्यादा मौतें दर्ज की गईं. अन्य मुद्दों में अर्थव्यवस्था, स्वास्थ्य देखभाल, बंदूक रखने का अधिकार, पर्यावरण और गर्भपात शामिल रहे.
एके/एमजे (एएफपी, एपी)
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