असीमानंद ने कबूला समझौता ब्लास्ट का गुनाह
७ जनवरी २०११दिल्ली की एक अदालत में आरएसएस से जुड़े असीमानंद ने समझौता अपना जुर्म स्वीकार कर लिया. मजिस्ट्रेट के सामने असीमानंद ने गुनाह कबूला. असीमानंद को 2007 में समझौता एक्सप्रेस ट्रेन में धमाका करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. 19 फरवरी 2007 को हरियाणा में करनाल के पास समझौता एक्सप्रेस की एक बोगी में धमाका हुआ था, जिसमें 68 लोगों की मौत हुई.
असीमानंद के इकबालिया बयान के साथ ही अब राजनीति भी उफान पर आ गई है. बीजेपी ने कांग्रेस और यूपीए सरकार सीबीआई के दुरुपयोग का आरोप लगाया है. पार्टी का कहना है कि केंद्र के इशारे पर सीबीआई आरएसएस नेताओं को आतंकवादी हमलों से जोड़ रही है.
आरएसएस ने भी असीमानंद को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है. संघ के मुताबिक असीमानंद पर इकबालिया बयान के लिए दवाब डाला गया है. आरएसएस का आरोप है कि असीमानंद का बयान मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने से पहले ही सीबीआई ने मीडिया में लीक कर दिया.
वहीं कांग्रेस ने असीमानंद के बयान को आरएसएस का असली चेहरा बताया है. असीमानंद का नाम मालेगांव धमाकों में भी सामने आया है.
रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह
संपादन: एस गौड़