आडेनावर से मैर्केलः जर्मनी के चांसलर
जर्मनी में 1949 से अब तक सात चांसलर हुए हैं. इस समय अंगेला मैर्केल चांसलर हैं. कौन थे उनके पहले के चांसलर, देखिए तस्वीरों में...
कोनराड आडेनावर (सीडीयू), 1949-1963
कोनराड आडेनावर जर्मनी के पहले चांसलर थे. उनकी विदेश नीति पश्चिम की ओर लक्षित थी और शासन शैली निरंकुश मानी जाती है. वे राइनलैंड के थे और उन्होंने बॉन को जर्मनी की राजधानी बनाने में अहम भूमिका निभाई. लेकिन वे इस इलाके की कार्निवाल की परंपरा से जी नहीं लगा पाए.
लुडविष एरहार्ड (सीडीयू), 1963-1966
1963 में सीडीयू ने 87 साल के आडेनावर पर हटने का दबाव डाला और उनकी जगह लुडविष एरहार्ड को चांसलर बनाया गया. एरहार्ड अर्थव्यवस्था मंत्री के तौर पर मशहूर हुए. उन्होंने सामाजिक बाजार अर्थव्यवस्था की वकालत की और पश्चिम जर्मनी के आर्थिक चमत्कार के जनक कहलाए.
कुर्ट गेयॉर्ग कीसिंगर (सीडीयू), 1966-1969
जर्मनी का पहला सीडीयू एसपीडी महागठबंधन कीसिंगर के काल में बना. इस गठबंधन ने ठहरी हुई अर्थव्यवस्था को एक बार फिर गति दी. इसी सरकार ने आपातकाल में विशेषाधिकार का कानून भी पारित किया. इसके विरोध में युवाओं ने प्रदर्शन किए. कीसिंगर नाजी अतीत के कारण विवादों में थे.
विली ब्रांट (एसपीडी), 1969-1974
सामाजिक विद्रोह के कारण सरकार में बदलाव हुआ. विली ब्रांट जर्मनी के पहले सोशल डेमोक्रैटिक चांसलर बने. वारसा में नाजी काल में मारे गए यहूदियों के स्मारक पर घुटने टेक कर उन्होंने मेलमिलाप का नया संकेत दिया. 1971 में उन्हें इसके लिए नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
हेल्मुट श्मिट (एसपीडी), 1974-1982
ब्रांट के इस्तीफे के बाद हेल्मुट श्मिट अगले चांसलर बने. तेल संकट, मुद्रा स्फीति और आर्थिक परेशानियां उनकी सबसे बड़ी चुनौतियां थी. श्मिट ने इनसे निबटने के लिए कड़े कदम उठाए. उग्र वामपंथी रेड आर्मी फ्रैक्शन के खिलाफ उन्होंने कड़ी कार्रवाई की. वे संसद में विश्वास मत हार कर पद गंवा बैठे.
हेलमुट कोल (सीडीयू), 1982-1998
कोल रिकॉर्ड 16 साल तक चांसलर के पद पर रहे. उन्हें लंबी पारी वाला लेकिन सुधार न करने वाला नेता माना जाता था. लेकिन जर्मनी का एकीकरण और पूर्व जीडीआर का विकास उनकी ऐतिहासिक उपलब्धियां हैं. उन्होंने सिर्फ जर्मन एकता का ही नहीं, यूरोपीय एकता का भी समर्थन किया.
गेरहार्ड श्रोएडर (एसपीडी), 1998-2005
कोल के बाद सत्ता परिवर्तन का माहौल बन गया था. श्रोएडर के शासन में पहली रेड ग्रीन गठबंधन सरकार बनी. उन्हीं के समय में नाटो की सेना पहली बार अफगानिस्तान गई. सामाजिक कल्याण प्रणाली को बदला गया. एजेंडा 2010 नाम वाले इन सुधारों का जर्मनी में काफी विरोध हुआ.
अंगेला मैर्केल (सीडीयू), 2005 से अब तक
जर्मनी की पहली महिला चांसलर अंगेला मैर्केल बनी. वे व्यावहारिक शासन के लिए जानी जाती हैं. फुकुशिमा में परमाणु दुर्घटना के बाद मैर्केल ने घोषणा की कि जर्मनी परमाणु बिजली बनाना बंद कर देगा, जबकि वह पहले इसके खिलाफ थीं.