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आतंकवाद से लड़ रहा हूं, मदद करोः गद्दाफी

६ मार्च २०११

मुश्किलों से घिरे लीबियाई नेता मुअम्मर गद्दाफी ने कहा है कि वह आतंकवाद से लड़ रहे हैं लेकिन दूसरे देशों से उन्हें कोई समर्थन नहीं मिल रहा है. उधर राजधानी त्रिपोली के पास जाविया शहर पर नियंत्रण के लिए घमासान जारी है.

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हटने को राजी नहीं गद्दाफीतस्वीर: AP

एक फ्रांसीसी अखबार के साथ बातचीत में गद्दाफी ने कहा, "मुझे इस बात की हैरानी है कि कोई इस बात को नहीं समझ रहा है कि यह आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई है. हमारे सुरक्षा बल तो सहयोग करते हैं. हाल के सालों में हमने आपकी बहुत मदद की है, तो अब ऐसा क्यों हो रहा है कि हम लीबिया में आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहे हैं और कोई हमारी मदद नहीं कर रहा है."

लीबिया में 1969 में तख्तापलट के जरिए सत्ता हासिल करने वाले गद्दाफी के खिलाफ बगावत भड़क रही है. विद्रोहियों ने देश के पूर्वी हिस्से पर नियंत्रण कर लिया है. राजधानी त्रिपोली के नजदीक पश्चिमी इलाकों में भी गद्दाफी की पकड़ ढीली हो रही है.

Libyen Aufständische Kämpfer bei Brega
तस्वीर: dapd

जाविया की जंग

लीबियाई सुरक्षा बलों ने शनिवार को जाविया शहर में अपने हमले तेज किए ताकि वहां से विद्रोहियों को हटाया जा सके. जाविया राजधानी त्रिपोली से सिर्फ 50 किलोमीटर दूर है. वहां मौजूद विद्रोहियों ने गद्दाफी समर्थक सैनिकों के दो हमलों को नाकाम बना दिया जबकि सरकारी सुरक्षा बल तोपों और गोलाबारूद से लैस थे. राइफल थामे विद्रोही भी बालू की बोरियों के पीछे छिपकर मोर्चा संभाल रहे हैं. विद्रोहियों के प्रवक्ता यूसेफ शागान ने शनिवार को टेलीफोन पर बताया, "सुबह के हमले के बाद उन्होंने फिर हमला किया. वे पश्चिम की तरफ से घुसे और चौक पर बनी इमारतों पर रॉकेट दागने शुरू कर दिए. हम ठीक स्थिति में हैं. हमें लगता है कि वे रात में फिर हमले करेंगे."

जाविया में एक डॉक्टर ने बताया कि शनिवार को हुए संघर्ष में कम से कम तीस लोग मारे गए जिनमें ज्यादातर आम लोग शामिल हैं. इस तरह दो दिन की लड़ाई में मरने वालों की संख्या बढ़ कर 60 हो गई है. संयुक्त का अनुमान है कि लीबिया में जारी विद्रोह में अब तक लगभग एक हजार लोगों की जान गई है. जाविया में रहने वाले अबु अकील ने बताया कि सरकारी बलों ने घरों और एक मस्जिद पर गोलाबारी की जिसमें लोगों ने शरण ले रखी थी. एक अन्य व्यक्ति अली का कहना है कि शाम होते होते लड़ाई थोड़ी शांत हो गई, लेकिन और हमलों की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता. वहीं पूर्वी इलाके में विद्रोही गद्दाफी के गृह नगर सिर्ते की तरफ भी बढ़ रहे हैं.

जिहाद का हवाला

पश्चिमी देशों ने लीबिया में सरकार विरोधियों पर हो रही कार्रवाई की निंदा की है. अंतरराष्ट्रीय आपराधिक अदालत ने कहा है कि गद्दाफी और उनके नजदीकियों पर मानवता के खिलाफ अपराध करने के सिलसिले में जांच होगी.

अपने मुख्यालय से पत्रकारों से बात करते हुए गद्दाफी ने कहा कि अगर मिस्र और ट्यूनीशिया में लोकतंत्र समर्थक आंदोलनों की तर्ज पर लीबिया में जारी विद्रोह कामयाब हो गया तो जिहाद छिड़ जाएगी. वह कहते हैं, "आपके सामने भूमध्यीय इलाके में जिहाद शुरू हो जाएगी. बिन लादेन के लोग जमीन और समंदर के जरिए फिरौती वसूलने लग जाएंगे. हम उसी दौर में चले जाएंगे जब ओटोमान साम्राज्य के दौरान समुद्री डाकूओं का दबदबा था." गद्दाफी ने कहा कि अगर उन्हें सत्ता से बाहर कर दिया गया तो यूरोप में लीबियाई लोगों की बाढ़ आ जाएगी.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः एन रंजन

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