इंगलैंड के कप्तान की नस्लवादी टिप्पणी पर केस
२२ दिसम्बर २०११बुधवार को अधिकारियों की यह घोषणा लिवरपुल के स्ट्राइकर लुइस सुआरेज को नस्लवादी गाली देने के कारण आठ मैचों में प्रतिबंध लगाने के सिर्फ एक दिन बाद हुई है. सुआरेज ने मैनचेस्टर यूनाइटेड के डिफेंडर पैट्रिस एव्रा को गालियां दी थीं.
दैनिक इंडिपेंडेट के सैम वालेस ने अपनी टिप्पणी में लिखा है, "सेलेब्रेटी फुटबॉलर के युग में कम ही खिलाड़ी ऐसे हैं जिंन्हें जॉन टेरी से ज्यादा कवरेज मिला है. लेकिन उनके खिलाफ शाही अभियोजन सेवा द्वारा तय आरोप जिंदगी के लिए उनकी लड़ाई को दिखाते हैं."
सभी अखबार इस बात पर सहमत हैं कि टेरी के खिलाफ आरोप यदि साबित हो जाते हैं तो वे कभी इंगलैंड की फिर से कप्तानी नहीं कर पाएंगे. वालेस का कहना है कि यह उनके घरेलू क्लब को मैनेजर बनने के उनके सपने को भी चूर चूर कर देगा. उन्हें 1 फरवरी को वेस्ट लंदन के मजिस्ट्रेट के कोर्ट में तलब किया गया है. वे आरोपों से इंकार करते हैं.
जांच अधिकारियों द्वारा आरोप तय किए जाने के बाद टेरी पहली बार विरोधी फुटबॉल जनता के सामने होंगे जब वे गुरुवार को प्रीमियर लीग में टोटेनहैम हॉस्पर के खिलाफ अपनी चेल्सी की टीम का नेतृत्व करेंगे. समर्थकों के कुछ दल टेरी को इंगलैंड के कप्तान के पद से हटाए जाने की मांग कर रहे हैं, जबकि किक इट आउट नस्लवाद विरोधी अभियान ने कहा है कि उसे टेरी के लिए चेल्सी के समर्थन पर अफसोस है.
उधर चेल्सी के प्रमुख आंद्रे विलास-बोआस ने कहा है कि उन्हें विश्वास है कि टेरी में इस मामले के दबाव का सामना करने की मानसिक क्षमता है और यही कारण है कि वे स्पर के खिलाफ खेल रहे हैं. खुद टेरी ने जांच अधिकारियों के फैसले पर कहा है कि उन्हें फैसले पर अफसोस है और उम्मीद है कि उन्हें अपना नाम साफ करने का मौका मिलेगा.
उदर सुआरेज पर नस्लवादी टिप्पणी के लिए लगाया गया आठ मैचों का प्रतिबंध और 40,000 पाउंड का जुर्माना दिखाता है कि इंगलैंड के फुटबॉल अधिकारी और कानूनी अधिकारी नस्लवाद के खिलाफ लड़ने के लिए एकजुट हैं.
रिपोर्ट: एएफपी, रॉयटर्स/महेश झा
संपादन: एम गोपालकृष्णन