इंडोनेशिया में मुंबई जैसा आतंकी हमला टला
१४ मई २०१०रिपोर्ट में कहा गया है कि हाल के पुलिस अभियान के दौरान गिरफ़्तार उग्रपंथी कई हमलों की योजना बना रहे थे. इनमें मुंबई हमले की तर्ज़ पर एक होटल पर कब्ज़ा करते हुए विदेशियों को निशाना बनाने का इरादा था. इसके अलावा वे स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति पर हमला करना चाहते थे.
फ़रवरी के महीने से ही संदिग्ध जिहादियों के ख़िलाफ़ सारे इंडोनेशिया में पुलिस का अभियान चल रहा है, जिसके तहत अनेक उग्रवादियों को ख़त्म किया गया है और गिरफ़्तार किया गया है. उस समय सुमात्रा के आचेह प्रांत में उग्रवादियों के एक प्रशिक्षण शिविर के बारे में पता चला था.
राष्ट्रीय पुलिस के प्रधान बामबांग हेंदारसो दानुरी ने शुक्रवार को पत्रकारों के सामने बताया कि आचेह के एक उग्रवादी गिरोह की योजना थी कि अगस्त में स्वतंत्रता दिवस के समारोह के दौरान राष्ट्रपति सुसीलो बामबांग युधोयोनो, सरकार के अन्य नेताओं और विदेशी मेहमानों पर हमला किया जाए और उसके बाद इंडोनेशिया को शरीयत कानून पर चलने वाला एक इस्लामी राज्य घोषित कर दिया जाए.
पत्रकारों के सामने एक स्लाइड शो पेश किया गया, जिसमें विस्तार से विवरण दिया गया है कि उग्रवादी कैसे अपनी योजनाओं को अंजाम देना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के समारोह को चुना, क्योंकि उनका ख़्याल था कि सुरक्षाबलों के हथियारों में कारतूस नहीं होंगे. उन्होंने कहा कि उग्रवादियों का मानना था कि अधिकारियों की हत्या से लोकतंत्र के स्थान पर शरीयत लागू करने में आसानी होगी.
दानुरी ने कहा कि ये उग्रवादी मुंबई हमले की तर्ज़ पर ऐसे होटलों पर हमला कर उन्हें कब्ज़े में लेना चाहते थे, जहां कुछ ख़ास समुदायों के लोग ठहरते हैं. इंडोनेशिया में आम तौर पर विदेशियों के लिए ख़ास समुदाय शब्द का इस्तेमाल किया जाता है. साथ ही उन्होंने सूचित किया कि उग्रपंथियों के पास सिंगापुर का एक नक्शा भी मिला है.
इससे पहले उग्रवाद के विशेषज्ञ मार्दिगो वोवी प्रसांत्यो ने बताया था कि उग्रपंथियों के निशाने पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा भी थे, जो जून में इंडोनेशिया की यात्रा करने वाले हैं. पुलिस की जांच के साथ निकट रूप से जुड़े प्रसांत्यो ने कहा कि अभियान के दौरान ऐसे कागज़ात बरामद किए गए हैं, जिनसे पता चलता है कि उनकी ओबामा पर हमले की योजना थी.
राष्ट्रपति ओबामा बचपन में इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में रह चुके हैं. वे मार्च में ही वहां जाने वाले थे, लेकिन अमेरिका में स्वास्थ्य विधेयक को पारित कराने के लिए उन्होंने अपनी यात्रा जून तक टाल दी थी.
रिपोर्टः एजेंसियां/उभ
संपादनः ए जमाल