इन कारणों के चलते भारत में जाती हैं जानें
भारत में होने वाली 61 फीसदी मौतें गैर-संक्रामक बीमारियों के चलते होती है जिसमें दिल की बीमारियां, कैंसर और डायबिटीज प्रमुख हैं. वहीं कुछ संक्रामक बीमारियां भी हैं जिन्हें साफ-सफाई पर ध्यान देखकर रोका जा सकता है.
1. दिल की बीमारियां
बदलते लाइफस्टाइल में आज लोगों को काफी छोटी उम्र में ही दिल से जुड़ी शिकायतें होने लगती है. कुछ स्टडीज यह भी दावा करती हैं कि दिल का बीमारियों का संबंध अवसाद से होता है, जो व्यक्ति के लिए घातक हो सकता है.
2. फेफड़ों या सांस संबंधी रोग
फेफड़ों की बीमारियों से ग्रस्त लोगों को सांस लेने में दिक्कत और कफ की समस्या महसूस होती है. यह बीमारियां उम्र बढ़ने के साथ-साथ और भी गंभीर हो जाती हैं. इसका एक बड़ा कारण दूषित हवा में सांस लेना है.
3. डायरिया संबंधी रोग
डायरिया संबंधी रोग देश में पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मौत का दूसरा बड़ा कारण हैं. इन बीमारियों से साफ-पानी और साफ-सफाई रख कर बचा भी जा सकता है. डायरिया के चलते हर साल करीब 5.25 लाख बच्चे मारे जाते हैं.
4. सरबोवेसकुलर बीमारियां
इन बीमारियों का सीधा संबंध मस्तिष्क तक रक्त पहुंचाने वाली धमनियों और कोशिकाओं (ब्लड वैसल) से होता है. जो आर्टरीज मस्तिष्क तक ऑक्सीजन और जरूरी पदार्थों की आपूर्ति करती हैं, उनमें अगर कोई मुश्किल आती है तो ये बीमारियां और डिसऑर्डर जन्म लेते हैं.
5. श्वसन संक्रमण
इसे लोउर रेस्पिरेटरी ट्रेक्ट इनफेक्शन भी कहते हैं, जिसे आम बोलचाल में निमोनिया और फेफड़ों के अन्य इंफेक्शन के लिए प्रयोग किया जाता है. इसमें ब्रोंकाइटिस भी शामिल है. बुखार, कमजोरी, कफ, थकान इस संक्रमण के लक्षण होते हैं.
6. ट्यूबरक्लोसिस (टीबी)
एक खास तरह के बैक्टेरिया से होने वाली ये बीमारी आमतौर पर फेफड़ों को नुकसान पहुंचाती है. लेकिन यह शरीर के अन्य हिस्सों को भी प्रभावित कर सकती है. टीबी एक संक्रामक बीमारी है, जिसका बैक्टेरिया हवा के जरिए किसी स्वस्थ शरीर में जा सकता है.
7. डायबिटीज
डायबिटीज का सीधा संबंध खून में मौजूद शकर के स्तर से होता है. जिन लोगों के खून में शकर की मात्रा बढ़ जाती है उनके शरीर की पाचक-ग्रंथियां इंसुलिन का उत्पादन कम करती हैं. यही स्थिति डायबिटीज की होती है. आज यह एक लाइफस्टाइल बीमारी बन गई है.
8. रोड एक्सीडेंट
रोड एक्सीडेंट के मामले भी बीते कुछ सालों में तेजी से बढ़े हैं. प्रशासन ने हेलमेट पहनने से लेकर स्पीड लिमिट तक के कई नियम बनाए हैं, लेकिन सड़कों पर इनका अमल नहीं होता. वहीं शराब पीकर गाड़ी चलाना देश में एक बड़ी समस्या बन गया है.
9. किडनी की बीमारियां
मानव शरीर में किडनी का काम कचरा जमा कर उसे मूत्र के रूप में बाहर निकालना होता है. जब किडनी को बीमारी लग जाती है तो यह अपना काम ठीक से नहीं कर पाती और शरीर में बड़े स्तर पर कचरा जमा हो जाता है, जो कई मामलों में जानलेवा भी साबित होता है.
10. स्वयं को नुकसान
स्वयं को नुकसान पहुंचा कर मौत को गले लगाना भी देश की बड़ी समस्या बन गया है. इसमें आत्महत्या, अवसाद जैसे कारण प्रमुख हैं. इंटरनेट युग में कई खेल और सनकीपन भी लोगों की जान का दुश्मन बन रहा है.