एक चूहे के दो बाप
१० दिसम्बर २०१०बुधवार को बायोलॉजी ऑफ रीप्रोडक्शन नाम की जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि टेक्सस के वैज्ञानिकों ने नर चूहे के क्रोमोजोम (एक्सवाई) में कुछ स्टेम सेल मिलाने के बाद एक नया चूहा पैदा करने में कामयाबी हासिल कर ली. ये स्टेम सेल वयस्क सेल हैं, जिनमें कुछ जेनेटिक इंजीनियरिंग की गई है.
इस मिलाप से विकसित होने वाले कुछ सेलों में वाई क्रोमोजोम गायब हो गया और ये एक्सओ क्रोमोजोम बन गया. इन एक्सओ क्रोमोजोम को दत्तक मादा चूहे के भ्रूण में पहुंचा दिया गया. इसके बाद इस भ्रूण को किसी मादा चूहे की किराए की कोख में स्थापित कर दिया गया. इससे जो चूहे पैदा हुए, उनमें अपने पिता का एक्स क्रोमोजोम पाया गया.
इन मादा चूहों ने बड़े होकर दूसरे सामान्य नर चूहों के साथ संबंध बनाए. इनसे पैदा हुए चूहों में जेनेटिक तौर पर दोनों बापों के गुण देखे गए.
यह अध्ययन रिचर्ड आर बेहरिंगर ने एमडी एंडरसन कैंसर रिसर्च सेंटर में किया है. रिसर्चरों का कहना है कि तकनीक के साथ महिला दत्तक से भी वीर्य विकसित किया जा सकता है और बाद में दो मांओं से भी चूहे पैदा किए जा सकते हैं.
हालांकि स्टडी में साफ किया गया है कि अभी मनुष्यों पर ऐसे रिसर्च में काफी समय लगेगा. पहले ऐसे रिसर्च भी हो चुके हैं, जिसमें किसी बाप के बिना ही चूहों को पैदा किया गया है.
रिपोर्टः एएफपी/ए जमाल
संपादनः महेश झा