एयर फ़्रांस का विमान लापता, 228 सवार
१ जून २००९ब्राज़ील के रियो दे जनेरो से पैरिस जा रहे विमान ने अधिकारियों के अनुसार भारतीय समय के अनुसार सुबह साढ़े सात बजे ख़राब मौसम वाला एक क्षेत्र पार किया. उसके लगभग पंद्रह मिनट बाद इलेक्ट्रिकल सर्किल में गड़बड़ी वाला एक स्वचालित संदेश भेजा गया और विमान के साथ रेडियो संपर्क टूट गया. विमान पर 216 यात्री और 12 विमानकर्मी सवार हैं.
एएफ़ 447 विमान को स्थानीय समय के अनुसार सवा ग्यारह बजे सुबह पैरिस पहुंचना था. ब्राज़ील की वायु सेना का कहना है कि ए330 प्रकार का एयरबस रियो दे जनेरो से 1500 किलोमीटर दूर लापता हो गया. अधिकारियों ने फैर्नांडो दे नोरोन्हा द्वीप समूह के निकल खोज अभियान शुरू किया है. ब्राज़ील के विमानन संघ के एक प्रतिनिधि ने कहा है कि खोज में काफ़ी समय लग सकता है. डकार में फ़्रांसीसी दूतावास ने बताया है कि एक फ़्रांसीसी सैनिक विमान को खोज में मदद के लिए सेनेगल से भेजा गया है.
एयर फ़्रांस ने यात्रियों के परिजनों के लिए चार्ल्स द'गॉल हवाई अड्डे पर एक सूचना केंद्र बनाया है. विमान सेवा ने कहा है कि वह परिजनों की भावनाओं और चिंताओं का साझेदार है और हवाई अड्डे पर परिजनों और मित्रों का ख्याल रखा जा रहा है. राष्ट्रपति निकोला सारकोज़ी के भी वहाँ जाने की संभावना है.
विमान विशेषज्ञों का कहना है कि विमान में जितना इंधन था, उसके हिसाब से अब वह हवा में नहीं हो सकता. जेन एविएशन के विश्लेषक क्रिस येट्स के अनुसार चूंकि मदद की कोई गुहार नहीं की गई, इसलिए विमान के साथ ज़रूर कोई ऐसा हादसा हुआ कि वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया. विशेषज्ञ तकनीकी गड़बड़ी से लेकर आतंकी हमले तक सब कुछ संभव मान रहे हैं.
फ़्रांसीसी सरकार के परिवहन मंत्री जां-लुई बोरलू का कहना है कि परिस्थियां दुर्घटना की ओर संकेत करती हैं. जिस तरह से विमान अटलांटिक के ऊपर अचानक गायब हुआ है, एयर फ़्रांस के प्रमुख पियर-आँरी गुरगाँ का कहना है कि विमान से बिजली टकरा गई होगी.
एयरबस ने दुर्घटना पर अब तक कोई टिप्पणी नहीं की है. एयर फ़्रांस के अनुसार विमान 2005 से सेवा में है और इस साल 16 अप्रैल को उसकी सर्विसिंग की गई थी.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: प्रिया एस्सेलबॉर्न