क्या बच्चों को निगल गई थाइलैंड की गुफा?
२९ जून २०१८बीते शनिवार को 12 बच्चे अपने फुटबॉल कोच के साथ थाम लुआंग नाम की गुफा में गए. दस किलोमीटर लंबी यह गुफा सैलानियों में काफी लोकप्रिय है. लेकिन बीते दिनों भीषण बारिश के कारण गुफा में पानी भरने की चेतावनी दी गई थी. बावजूद इसके बच्चों की यह टीम अपने 25 वर्षीय कोच के साथ गुफा के अंदर चली गई. खोज के दौरान बच्चों की साइकल और जूते गुफा में मिले हैं लेकिन बच्चों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है. जैसे जैसे वक्त बीत रहा है, उनके जिंदा बचने की उम्मीद खत्म होती जा रही है. इन बच्चों की उम्र 11 से 16 साल के बीच है.
गुफा में पानी भर जाने के कारण राहत टीमें अब तक ज्यादा अंदर नहीं जा पा रही थीं. एक राहत कर्मी ने बताया कि मिट्टी से भरे पानी का रंग कॉफी जैसा है, इस कारण कुछ समझ भी नहीं आ रहा. लेकिन शुक्रवार को पानी कम होने के बाद गुफा में कई जगह ड्रिलिंग कर रास्ते बनाए गए. उम्मीद की जा रही है कि अगर बारिश नहीं होती है, तो राहत कर्मियों को गुफा में और अंदर जाने में सफलता मिल सकेगी.
अमेरिका की पेसिफिक कमांड टीम भी इस काम में लगी है. ड्रोन की मदद से गुफा को बेहतर समझने की कोशिश की जा रही है. शुक्रवार को छह दिन बीत जाने के बाद राहतकर्मियों ने ड्रिलिंग कर गुफा के अंदर खाने के पैकेट और गुफा के नक्शे फेंके हैं, इस उम्मीद में कि अगर ये उन तक पहुंचते हैं, तो वे शायद इनका इस्तेमाल कर सकेंगे. एक पुलिस अधिकारी ने मीडिया को बताया, "हमने डिब्बों के साथ एक नोट छोड़ा है कि अगर तुम्हें ये मिले तो नक्शे पर दिखाओ कि तुम कहां हो. सब जल्द से जल्द मदद के लिए आ जाएंगे." उम्मीद है कि ये डिब्बे पानी के बहाव के साथ बाहर आ जाएंगे. थाई सेना भी टीम को ढूंढने के काम में लगी है.
थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुत चन ओचा ने परिजनों से धैर्य रखने और ईश्वर में भरोसा रखने को कहा है. उन्होंने राहतकर्मियों से कहा, "जो भी बन पड़े, करो, सरकार पूरा साथ देगी." बच्चों के माता पिता से उन्होंने कहा, "वो लौट आएंगे. अपने बच्चों में विश्वास रखो, इन राहतकर्मियों में विश्वास रखो." बच्चों के माता पिता गुफा के बाहर ही टेंट लगा कर दिन रात बिता रहे हैं. परिवारजनों का तनाव कम करने के लिए प्रधानमंत्री ने थोड़े मजाकिया अंदाज में कहा, "जब वो लौट आएंगे तब मैं खुद उन्हें पटाया ले कर जाऊंगा." थाईलैंड का पटाया बीच एक जाना मन टूरिस्ट स्पॉट है.
इस बीच ब्रिटेन की लिवरपूल और चेलसी फुटबॉल टीमों ने भी चिंता व्यक्त की है और कहा है कि वे बच्चों की सुरक्षित वापसी के लिए प्रार्थना करते हैं.
आईबी/एके (रॉयटर्स, डीपीए)