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गोमांस पर बहस

२० मार्च २०१५

महाराष्ट्र में गोमांस पर प्रतिबंध लगाने के बाद सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर इस फैसले पर खूब बहस चल रही है. देखिए क्या कह रहे हैं लोग.

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तस्वीर: Fotolia/Dudarev Mikhail

महाराष्ट्र सरकार के महाराष्ट्र एनीमल प्रिजर्वेशन (संशोधित) एक्ट 1995 को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की सहमति मिल गई. महाराष्ट्र में गोवध पर पहले ही पाबंदी थी, लेकिन देवेंद्र फड़नवीस की सरकार इसे एक कदम आगे ले गई. अब राज्य में बैल, सांड और बछड़े के वध पर पाबंदी लगा दी है. भैंस और भैंस के बछड़े के वध के लिए भी इजाजत लेनी होगी.

बीफ बैन के उल्लंघन को गैरजमानती अपराध की श्रेणी में रखा गया है. नियम तोड़ने वालों को पांच साल की जेल और 10 हजार रुपये का जुर्माना हो सकता है. सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर ने महाराष्ट्र सरकार के फैसले की तल्ख आलोचना की.

ऋषि कपूर का कहना है कि खाने को धर्म से अलग रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं एक गोमांस खाने वाला हिन्दू हूं. अपने कई मुस्लिम दोस्तों की ही तरह मुझे पोर्क चॉप्स पसंद हैं.

अभिनेत्री रवीना टंडन ने भी महाराष्ट्र सरकार के फैसले पर हैरानी जताई. रवीना के मुताबिक, "बीफ मामले पर मैं इतना ही कहना चाहती हूं कि इसे नियम बनाकर लागू नहीं करना चाहिए, इसे वैकल्पिक होना चाहिए, खायें या न खायें, ये निजी चुनाव होना चाहिए."

संविधान के मुताबिक भारत एक पंथनिरपेक्ष राष्ट्र है, लेकिन मई 2014 में बीजेपी के केंद्र में आने के बाद से देश में धार्मिक अहिष्णुता बढ़ती दिख रही है. अभिनेता उदय चोपड़ा इस ओर इशारा कर रहे हैं.

लेकिन दूसरी तरफ कई लोग लोग प्रतिबंध का खुला समर्थन भी कर रहे हैं.

कुछ लोग इस फैसले को आर्थिक नजरिये से भी देख रहे हैं. उनका तर्क है कि गोमांस पर प्रतिबंध लगाने से भारत 14 अरब डॉलर के अपने चर्म उद्योग से हाथ धो बैठेगा.