चीनी प्याज मिटाएंगे भारत की भूख
२५ अक्टूबर २०१३भारत के कई शहरों में प्याज 100 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. प्याज की कीमतों में नरमी के लिए भारत चीन और ईरान से प्याज आयात करने की योजना बना रहा है. प्याज को लेकर भारत इतना हताश हो गया है कि वह अब क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्वी चीन और प्रतिबंधों के मारे ईरान से आपूर्ति की सोच रहा है. प्याज की कीमतों को जल्द काबू करने के लिए हवाई जहाज से भी माल मंगाने पर विचार हो रहा है. हालांकि गुरुवार को हुई उच्चस्तरीय बैठकों के बावजूद सरकार पांच राज्यों में होने वाले चुनाव के पहले पर्याप्त मात्रा में प्याज शायद ही आयात कर सके. भारत में सालाना डेढ़ करोड़ टन प्याज की खपत होती है. प्याज की बढ़ी कीमतों ने कई राज्यों में सरकार के बनने में अहम भूमिका निभाई है. पिछले तीन महीने में प्याज का दाम खुद्रा बाजार में चार गुना बढ़ गया है.
बिन प्याज कैसे बने खाना
भारी बारिश के बाद प्याज की फसल पर असर पड़ा है जिस वजह से आपूर्ति में कमी आई है. प्याज की कीमतों की वजह से सितंबर में थोक महंगाई दर में बढ़ोतरी दर्ज की गई. सितंबर में थोक महंगाई दर बढ़कर 6.46 फीसदी हो गई है, जो 8 महीने का सबसे उच्चतम स्तर है. मीडिया में प्याज की कीमतों को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल उठाए जा रहे हैं. भारत में कभी हवाई जहाज के जरिए प्याज का आयात नहीं हुआ है, लेकिन कृषि मंत्री शरद पवार ने इसका प्रस्ताव रखा है. समुद्री परिवहन में लंबा वक्त लगता है और इससे तेजी से आपूर्ति की भरपाई नहीं हो सकती है ताकि कीमतों में नरमी आए. दिल्ली समेत राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने हैं. राष्ट्रीय कृषि सहकारी व्यापार संघ के निदेशक चंगदेव होलकर का कहना है, "सरकारी एजेंसियों आयात के लिए टेंडर जारी कर रही हैं, लेकिन आपूर्ति तीन से चार हफ्ते के बाद ही हो पाएगी. साथ ही उतनी मात्रा में नहीं हो पाएगी जितनी मांग है.''
जल्द नहीं कम होंगे प्याज के दाम
निजी व्यापारी इस काम में जोखिम नहीं लेना चाह रहे हैं क्योंकि उन्हें पता है कि प्याज के दाम जल्द ही गिर जाएंगे. प्याज की किल्लत को देखते हुए किसानों ने इस बार अच्छी मात्रा में प्याज की खेती की है, जिससे उन्हें ज्यादा मुनाफा हो सके. प्याज निर्यातक संघ के अध्यक्ष अजित शाह कहते हैं, ''प्याज जल्द सड़ जाता है. आप कीमतें बढ़ने का इंतजार नहीं कर सकते. आपको उसी कीमत में बेचना होगा जो बाजार में निर्धारित होगी.'' होलकर के मुताबिक आने वाले दिनों में प्याज पैदा करने वाले बड़े राज्यों जैसे महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश होने की संभावना है. होलकर का कहना है कि भारी बारिश फसल के लिए नुकसानदेह साबित हो सकती है.
एए/आईबी (रॉयटर्स/पीटीआई)