जंगल में लौटी बाशिंदों की बहार
यूरोप में करीब करीब लुप्त हो चुके कई जानवर फिर से नजर आने लगे हैं. प्राकृतिक संरक्षण की छोटी छोटी कोशिशों के चलते इन जानवरों की अपने बसेरे में वापसी हुई है.
यूरेशियन लिंक्स
बिल्ली से बड़ी और चीते से छोटी, लिंक्स एक शिकारी जीव है. ठंडे इलाकों में रहने वाली लिंक्स भालू और भेड़िये के बाद यूरोप के जंगलों की सबसे अहम शिकारी थी. अंधाधुंध शिकार ने खुद इसका सफाया कर दिया. कुछ को वैज्ञानिकों ने पनाह दी और वैज्ञानिक ढंग से प्रजनन कराया. जर्मनी के जंगलों में अब लिंक्स फिर घूमने लगी है.
बाइसन
यूरोपीय बाइसन खतरे में पड़े सबसे विशाल स्तनधारी हैं. यूरोप में पहले और दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान इनकी जान पर बन आई. ये करीब करीब लुप्त ही हो गए. लेकिन चिड़ियाघरों की मदद से अब बाइसन दोबारा यूरोप के जंगलों में दिखने लगे हैं.
जंगली घोड़े
आप सोच रहे होंगे कि घोड़े इस सूची में क्यों हैं. लेकिन तस्वीर में नजर आने वाले ये घोड़े खास हैं. ये जंगली हैं. अब तक माना जाता था कि यूरोप में आखिरी जंगली घोड़ा 1909 में दिखा था. हैरानी की बात है कि ये घोड़े अब फिर दिखने लगे हैं.
घुरड़
लाइबेरियन आईबेक्स कहे जाने वाले घुरड़ गुरुत्व बल की जरा भी परवाह नहीं करते. बकरी का करीबी रिश्तेदार घुरड़ दुर्गम से दुर्गम चट्टानों पर चढ़ जाता है. कभी ये उत्तर पश्चिमी फ्रांस, स्पेन और पुर्तगाल में पाए जाते थे, लेकिन शिकार की प्रतियोगिताओं ने इनका सफाया कर दिया. हाल के बरसों में स्पेन और पुर्तगाल में घुरड़ फिर दिखने लगे हैं.
भूरा भालू
इंसानी गतिविधियों के चलते स्पेन और मध्य इटली से भूरे भालू लुप्त ही हो गए. फल, बीच, मछली, चीटियां और शहद खाने का शौकीन भालू अब फिर से यूरोप के जंगलों में नजर आने लगा है.
भेड़िया
जर्मनी और दूसरे यूरोपीय देशों में भेड़ियों को बसाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी. हिरणों की बढ़ती संख्या से जब लोग परेशान होने लगे तो भेड़ियों की जरूरत महसूस हुई. संरक्षण की कोशिशें रंग लाई और अब जर्मनी में शर्मीले भेड़िये लोगों से नजर बचाकर अपने काम काज में लगे हैं.