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जर्मन दस्तावेजों में नाम और लिंग बदलना आसान होगा

१२ अप्रैल २०२४

जर्मनी में ट्रांसजेंडर, इंटरसेक्स और नॉनबाइनरी लोगों के लिए आधिकारिक दस्तावेजों में नाम और लिंग बदलना आसान बनाया जा रहा है. संसद में इस मामले पर शुक्रवार को वोटिंग कर मंजूरी दे दी गई.

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जर्मनी में ट्रांसजेंडर दस्तावेज में अपना नाम या लिंग आसानी से बदलवा सकेंगेतस्वीर: Dan Herrick/REUTERS

चांसलर ओलाफ शॉल्त्स के नेतृत्व में जब उदारवादी गठबंधन सरकार ने 2021 में सत्ता संभाली थी, तब जिन सामाजिक सुधारों के वादे किए गए थे उनमें एक यह भी था. इसके लिए सरकार "सेल्फ डिटर्मिनेशन लॉ" बना रही है. शुक्रवार को संसद में हुए मतदान में सांसदों ने इसे 251 के बदले 374 मतों से पारित किया. 11 सांसद इस दौरान सदन में मौजूद नहीं थे. यह कानून इस साल एक नवंबर से लागू हो जाएगा.

कानून लागू होने के बाद यह वयस्कों के लिए उनका पहला नाम और कानूनी तौर पर लिंग बदलने की आजादी देगा. इसके लिए उन्हें बस रजिस्ट्री ऑफिस में जा कर इसे दर्ज कराना होगा. यह काम उन्हें नाम बदलने के तीन महीने पहले करना होगा. इसके अतिरिक्त किसी और प्रक्रिया की जरूरत नहीं रहेगी.

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चार दशक पुराना लिंग परिवर्तन कानून

मौजूदा "ट्रांससेक्शुअल लॉ" चार दशक पहले बनाया गया था. इसके तहत कानूनी दस्तावेजों में नाम या लिंग बदलवाने के लिए दो विशेषज्ञों की राय हासिल करनी पड़ती थी. विशेषज्ञ ऐसे होने चाहिए जो लिंग परिवर्तन की समस्याओं से पर्याप्त रूप से वाकिफ हों. इसके बाद अदालत इस पर अपना फैसला सुनाती थी. इसके बगैर नाम और लिंग नहीं बदला जा सकता.  

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इस साल एक नवंबर से जर्मनी में लागू होगा सेल्फ डिटर्मिनेशन लॉतस्वीर: Jürgen Heinrich/IMAGO

जब वह कानून बनाया गया था तब जर्मनी की सर्वोच्च अदालत ने कई दूसरे प्रावधानों को खत्म किया था. पहले इनमें तलाक लेना, लिंग परिवर्तन की सर्जरी और नसबंदी भी शामिल था.

ट्रांसजेंडरों का जीवन आसान बनाने से झिझक रहे हैं कई देश

नया कानून स्वतंत्र कानूनी पहचान पर ध्यान देता है. इसमें जर्मनी के लिंग परिवर्तन की सर्जरी से जुड़े नियमों को शामिल नहीं किया गया है. नये नियमों में 14 साल से ऊपर के अवयस्कों को मां-बाप या अभिभावक की मंजूरी से अपना नाम और कानूनी लिंग बदलने की भी आजादी होगी. अगर मां-बाप मंजूरी नहीं देते तो वह फैमिली कोर्ट से उसके खिलाफ फैसला सुनाने का अनुरोध कर सकता है. 

अगर बच्चा 14 साल से कम उम्र का है तो, मां-बाप और अभिभावक को उसकी ओर से रजिस्ट्री ऑफिस में आवेदन करना होगा.

दूसरे देशों की पहल

जर्मनी में 2021 के आम चुनाव में दो ट्रांसजेंडर महिलाएं सांसद के रूप में चुनी गई थीं. इनमें से एक हैं नाइक स्लाविक. संसद में वोटिंग से पहले उन्होंने बताया कि नये नियमों ने उन्हें, अदालत और विशेषज्ञों की राय हासिल करने में एक साल का समय और करीब 2,000 यूरो की रकम के खर्चे से बचा लिया होता. गठबंधन सरकार में शामिल ग्रीन पार्टी की सांसद स्लाविक का कहना है, "आखिरकार हम इसे आसान बनाना चाहते हैं. दूसरे कई देश इस रास्ते पर चले हैं और जर्मनी रजिस्ट्रेशन को सरल बना कर उसे अपना रहा है."

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ट्रांसजेंडरों के लिए कई देशों में आज भी कई मुश्किलें पेश आती हैंतस्वीर: Dan Herrick/REUTERS

दूसरे देशों में स्पेन की संसद ने 2023 की शुरुआत में एक कानून बनाया जिसके तहत 16 साल से ऊपर की उम्र के लोग बिना मेडिकल जांच के आधिकारिक तौर पर अपना लिंग बदल सकते हैं. स्कॉटलैंड की संसद ने 2022 में एक बिल पास किया जो 16 साल से ऊपर की उम्र के लोगों को पहचान के दस्तावेजों में अपना लिंग खुद घोषणा करके बदलने की इजाजत देता है. ब्रिटिश सरकार ने इसे वीटो कर दिया जिसे दिसंबर में स्कॉटलैंड की सर्वोच्च अदालत ने सही ठहराया.

जर्मन चांसलर शॉल्त्स की सरकार के दूसरे सामाजिक सुधारों में सीमित मात्रा में गांजा रखने की अनुमति, जर्मन नागरिकता हासिल करने में आसानी, डुअल सिटिजनशिप पर पाबंदी  को मिटाना और डॉक्टरों के गर्भपात सेवाओं के प्रचार पर रोक को खत्म करना शामिल है. जर्मनी में समलैंगिक शादियों को 2017 में ही मंजूरी दे दी गई थी.

एनआर/आरपी (एपी)