जर्मनी में और टैक्स कटौती नहीं-वित्त मंत्री
२५ नवम्बर २००८जर्मनी में क्रिस्मस का माहौल है और फोर्सा संस्था के एक अध्ययन के मुताबिक आर्थिक मंदी के बावजूद जर्मन उपभोक्ताओं का जोश कम नहीं हुआ है. कारण है तेल की कीमतों में कमी और हाल ही में हुए औद्योगिक वेतन मान समझौते के कारण लोगों की क्रय शक्ति पिछले एक महीने में बढ़ी है. और इससे जर्मन अर्थव्यवस्था को फायदा पहुंच रहा है.
लोगों को इस बात से कम फर्क पड़ रहा है कि जर्मन चासलर अंगेला मैर्केल ने फैसला किया है कि जर्मनी ब्रिटेन के उदाहरण पर नहीं चलेगा और वैल्यू ऐडीड टैक्स में कटौती नहीं करेगा. जर्मन वित्त मंत्री पेयर श्टाइब्रुक ने संसद में कहा कि किसी हाल में टैक्स में कटौती नहीं की जाएगी. हालांकि अगले साल के बजट में कुछ टैक्स कटौती की गई है, मसलन कारों की खरीदारी में. साथ ही 18.5 अरब डॉलर के अधिक खर्च के लिए ऋण लिया जाएगा.
विपक्ष इसपर खुश नहीं है. फ्री डैमोक्रैटिक पार्टी के युर्गेन कोपेलिन ने चोतावनी दी कि बजट में जो आंकड़ें दिये गए हैं वे सही नहीं हैं खासकर सरकारी राजस्व के आंकड़े. लेफ्ट पार्टी के संसदीय दल के अध्यक्ष गेज़ीन्डे ल्योश ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह नागरिकों की ज़रूरतों को नज़रंदाज़ कर के पैसा बचा रही है.
जर्मन अर्थव्यवस्था डामाडोल
मंगलवार को आर्थिक सहयोग और विकास संस्था ओईसीडी ने जर्मनी के हवाले से एक रिपोर्ट जारी की जिसमें बताया गया है कि दुनिया में आर्थिक संकट का असर जर्मनी पर गंभीर रूप से पड़ेगा. संस्था का अनुमान है कि 2009 में जर्मन अर्थव्यवस्था 0.9 प्रतिशत तक सिकुड़ जाएगी और बेरोज़गारी 8 प्रतिशत तक बढ़ जाएगी.
लेकिन दूसरी तरफ ओईसीडी के मुख्य अर्थशास्त्री क्लाउस श्मिट हेबल ने कहा कि सरकार की आर्थिक पैकेज की योजना सही है हालांकि इसे और बड़े पैमाने पर प्रस्तुत किया जा सकता था.