जर्मनी में धीमे आर्थिक विकास का अनुमान
१५ अप्रैल २०१०आर्थिक संस्थानों ने अपनी वसंत रिपोर्ट में कहा है कि सर्दियों वाली छमाही में विकास दर में प्रगति रुक गई, लेकिन आधारभूत रूप से उसमें धीमी प्रगति की उम्मीद है. आर्थिक पंडितों ने अगले साल जर्मन अर्थव्यवस्था में 1.4 फ़ीसदी वृद्धि दर की उम्मीद जताई है. उन्होंने सरकार से राजकीय कर्ज़ को कम करने को कहा है और चेतावनी दी है कि जल्दबाज़ी में करों को न घटाएं.
विशेषज्ञों का कहना है कि जर्मन अर्थव्यवस्था में हो रही प्रगति की वजह मुख्य रूप से निर्यात है, लेकिव स्थानीय उपभोक्ताओं की मांग में भी वृद्धि हो रही है. आर्थिक विश्लेषकों का मानना है कि वित्तीय संकट के पहले की स्थिति तक पहुंचने में जर्मन अर्थव्यवस्था को और तीन साल लगेंगे. वित्तीय बाज़ार की हालत गंभीर बनी हुई है और उसमें अभी तक कोई सुधार नहीं हुआ है.
बर्लिन में पेश अपनी रिपोर्ट में देश के प्रमुख आर्थिक संस्थानों ने कहा है कि अगले साल आर्थिक प्रोत्साहन पैकेजों के समाप्त होने के बाद आर्थिक प्रगति में और कमी आएगी. लेकिन इसके बावजूद उन्होंने सरकारी सब्सिडी की समाप्ति को उचित ठहराया है. अर्थशास्त्रियों का कहना है कि राजकोष की हालत को देखते हुए अगले साल से नए ऋण लेने में कटौती ज़रूरी है.
रिपोर्ट के अनुसार इस साल बजट घाटे का अनुपात बढ़कर सकल राष्ट्रीय उत्पाद का 4.9 फ़ीसदी होने की संभावना है. अनुमान के अनुसार अगले साल यह घटकर 4.2 फ़ीसदी हो जाएगा. यूरोपीय संघ की स्थिरता संधि में अधिकतम 3 फ़ीसदी बजट घाटे की अनुमति है.
जर्मन अर्थशास्त्रियों ने कई दूसरे यूरोपीय देशों की स्थिति को भी चिंताजनक बताया है. उनका कहना है कि देशों के दिवालिया होने का ख़तरा भी अर्थव्यवस्था के पटरी पर आने की प्रक्रिया में बाधा डाल रहा है. उन्होंने मांग की है कि यूरोपीय संघ को बजट घाटे की पहले से बेहतर निगरानी करनी चाहिए.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: राम यादव