जहरीले कचरे पर भारतीय रैपर का गीत वायरल
४ अगस्त २०१५एक भारतीय रैपर का वीडियो वायरल हुआ है. अव्वल तो यह रैप है, दूसरे गाने वाली एक लड़की है, और तीसरे यह एक बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी के कुछ तरीकों के खिलाफ है. रैपर हैं सोफिया अशरफ जो कि दक्षिण भारतीय शहर कोडाइकनाल में यूनीलिवर द्वारा छोड़े जा रहे जहरीले कचरे के सही तरीके से निपटारे की मांग उठाती हैं.
30 जुलाई को एक एनजीओ 'झटका' के यूट्यूब अकाउंट पर पोस्ट किए गए इस वीडियो को मात्र चार दिनों में 10 लाख से भी अधिक लोग देख चुके हैं. रैप अंदाज में गाए गए इस हिन्दी गीत में कोडाइकनाल शहर की एक थर्मोमीटर फैक्ट्री का मामला उठाया गया है. अशरफ के गीत के बोलों में 14 साल पहले बंद हो चुकी इस फैक्ट्री में काम करने वाले लोगों की दुर्दशा का जिक्र है. थर्मोमीटर में पारे का इस्तेमाल होता है और फैक्ट्री के पूर्व कर्मचारियों का कहना है कि जहरीले पारे के संपर्क में आने से उनकी सेहत खराब हो गई.
अंग्रेजी की प्रसिद्ध रैपर निक्की मिनाज के एक हिट गीत एनाकोंडा की ही धुन पर आधारित अशरफ के इस रैप को खुद मिनाज ने भी रीट्वीट किया है. अपने वीडियो रैप के माध्यम से अशरफ ने यूनिलीवर से कर्मचारियों के लिए मुआवजे की मांग की है. रैप के बोल हैं, "कोडाइकनाल नहीं झुकेगा, जब तक तुम गलती नहीं सुधारते."
फैक्ट्री का मालिक हिंदुस्तान यूनिलीवर है, जो कि उपभोक्ता कंपनी यूनिलीवर की भारतीय इकाई है. इन आरोपों से कंपनी ने इंकार किया है. कंपनी का कहना है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया और पूर्व कर्मचारियों के आरोप निराधार हैं. 2001 में फैक्ट्री के बंद होने से पहले पर्यावरण संस्था ग्रीनपीस समेत कई गैर सरकारी संगठनों ने कंपनी को ध्यान दिलाया था कि थर्मोमीटर फैक्ट्री का शीशे और पारे वाला कचरा वहां से मात्र 3 किलोमीटर की दूरी पर कबाड़ियों को बेचा जा रहा था.
हिंदुस्तान यूनिलीवर के प्रवक्ता ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को ईमेल में बताया, "हमने तमाम तथ्यों और स्वास्थ्य से जुड़ी कई स्वतंत्र स्टडीज के आधार पर चली एक कठोर प्रक्रिया से इस बात की तसल्ली की थी कि कोडाइकनाल में हमारे लोगों की सेहत पर इसका कोई बुरा असर नहीं था. हमने फैक्ट्री परिसर में भी मिट्टी की सफाई के लिए कई कदम उठाए हैं." कंपनी का कहना है कि वह आगे भी कुछ काम करने वाली है जिसके लिए उसे तमिलनाडु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की अनुमति की प्रतीक्षा है.
29 जून को इस थर्मोमीटर फैक्ट्री के पूर्व कर्मचारियों ने मुंबई स्थित यूनिलीवर के मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया था. कुछ अपुष्ट आंकड़ों में अब तक जहरीले कचरे के कारण मरने वालों की संख्या 57 बताई गई है, जिनमें से 12 बच्चे थे. 4 अगस्त की सुबह रैपर अशरफ ने अपनी कंपनी ओगिल्वी से भी इस्तीफा दे दिया. वह पिछले पांच सालों से इस कंपनी में काम कर रही थीं और अपने त्यागपत्र के बारे में उन्होंने फेसबुक पर संदेश पोस्ट किया है.
आरआर/आईबी (रॉयटर्स)