जीमेल खुद बताएगी, कौन सा ईमेल पहले पढ़ें
३१ अगस्त २०१०सोमवार देर शाम इस नए टूल की घोषणा की गई. इसे प्रायोरिटी इनबॉक्स नाम दिया गया है. यह आने वाले ईमेल को तीन श्रेणियों में बांट देता है. इसका ऑटोमैटिक प्रोग्राम बिना पढ़े महत्वपूर्ण मैसेज एक जगह रखता है. वे मैसेज अलग जगह होते हैं, जिन्हें इस्तेमाल करने वालों ने स्टार कैटिगरी में रखा है. और बाकी सब ईमेल अलग जगह रखे जाते हैं.
गूगल के सॉफ्टवेयर इंजीनियर डग आबेरडीन ने कहा, "कौन से मैसेज ज्यादा अहम हैं, इसका फैसला करने के लिए जीमेल बहुत सारे सिग्नलों का इस्तेमाल करती है. और जैसे जैसे आप जीमेल को ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करेंगे, यह बेहतर होता जाएगा. तब आपके मैसेजों की छटनी यह और बेहतर तरीके से करेगा."
डग इसे आसान शब्दों में समझाते हुए कहते हैं कि उन लोगों के मैसेज को ज्यादा अहमियत दी जाएगी, जिन्हें आप ज्यादा ईमेल भेजते हैं. गूगल की साइट के मुताबिक रोजाना 294 अरब ईमेल भेजे जाते हैं. इस हिसाब से इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ता औसतन 150 मैसेज भेजते या पाते हैं.
डग कहते हैं, "लोग हमें हमेशा बताते रहते हैं कि उन्हें ज्यादा ईमेल मिल रहे हैं और अक्सर वे इससे काफी खुश होते हैं. लेकिन किस मेल को पहले पढ़ना चाहिए और किसे बाद में, इस बात का फैसला करने में वक्त खर्च होता है." जीमेल का यह नया टूल इसी वक्त को बचाने की कोशिश है.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः एन रंजन