क्या सचमुच अल बगदादी मारा गया?
२८ अक्टूबर २०१९तथाकथित इस्लामिक स्टेट की खिलाफत का एलान करने के करीब 5 साल बाद किसी वीडियो में अल बगदादी नजर आया है. माना जा रहा है कि अल बगदादी की मौत के बारे में चल रही खबरों को अफवाह साबित करने के लिए यह वीडियो जारी किया गया है. इस्लामिक स्टेट की मीडिया शाखा अल फुरकान के वीडियो में बगदादी एक कमरे में फर्श पर बैठा नजर आ रहा है. उसके अगल बगल कुछ और लोग भी हैं जिनके चेहरे धुंधले कर दिए गए हैं. वीडियो में अल बगदादी की लाल भूरी दाढ़ी देखी जा सकती है और उसके बगल में एक मशीनगन भी नजर आ रही है. यह बताना मुश्किल है कि यह वीडियो कब शूट किया गया है.
इससे पहले रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ट ट्रंप ने बगदादी के मारे जाने का एलान किया है. राष्ट्रपति ने बकायदा प्रेस कांफ्रेंस कर इसकी जानकारी दी. ट्रंप ने बताया कि बगदादी को लक्ष्य बना कर किए गए हमले में उसकी मौत हो गई है. ट्रंप के मुताबिक एक परिसर में अमेरिकी सैनिकों ने बगदादी का पीछा किया और एक बंद सुरंग में उसकी मौत हो गई. राष्ट्रपति के मुताबिक बगदादी ने विस्फोटक वाली जैकेट में धमाका कर अपनी जान ली और इस दौरान उसके तीन बच्चे भी मारे गए. ट्रंप ने कहा, "अल बगदादी दुष्ट और क्रूर था और वह दुष्ट और क्रूर तरीके से एक डरपोक की तरह भागते और चीखते हुए मारा गया."
ट्रंप का कहना है कि धमाके में बगदादी के अंग बिखर गए लेकिन टेस्ट के जरिए यह पुष्टि हो गई है कि "वह वही था." ट्रंप के मुताबिक बड़ी संख्या में बगदादी के लड़ाके और साथी भी मारे गए हैं जबकि 11 बच्चों को परिसर से बिना किसी नुकसान के बाहर निकाला गया है. इस ऑपरेशन में किसी अमेरिकी सैनिक नुकसान नहीं हुआ, हालांकि फौज का एक कुत्ता जरूर घायल हुआ है.
अमेरिकी राष्ट्रपति का कहना है कि दुनिया अब एक ज्यादा सुरक्षित जगह है और "घटनाएं इस बात की याद दिला रही हैं कि हम बाकी बचे आईएसआईएस आतंकवादियों को भी उनके क्रूर अंत तक पहुंचाएंगे." ट्रंप ने इस अभियान की सफलता के लिए रूस, सीरिया, तुर्की और इराक का आभार भी जताया है. तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि अमेरिका और तुर्की ने सीरिया के इदलीब में चले इस अभियान के बारे में सूचनाओं को एक दूसरे से बांटा था.
उधर सीरियन डेमोक्रैटिक फोर्सेज के नेता मजलूम आबदी ने ट्वीट कर कहा है कि अल बगदादी की मौत अमेरिका के साथ कुर्दों के सहयोग का नतीजा है. आबदी ने लिखा है, "पांच महीने से जमीन पर खुफिया जानकारियों को साझा किया जा रहा है था और सटीक निगरानी की जा रही थी, यह तब तक हुआ जब तक कि एक संयुक्त अभियान में अबु बाकिर अल बगदादी की मौत नहीं हो गई."
अल बगदादी बीते पांच सालों से छिप कर रहा था. अमेरिका ने उसके बारे में जानकारी देने वाले के लिए 2.5 करोड़ डॉलर का इनाम रखा था. बीते सालों में कई बार अल बगदादी के मौत की खबरें आती रहीं जिनकी स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी और बाद में वो गलत साबित हुईं. इस बार भी जो वीडियो सामने आया है उसमें अल बगदादी इसी महीने की शुरुआत में हुए इस्राएल के चुनावों में बेन्यामिन नेतन्याहू की जीत की चर्चा कर रहा है. बगदादी ने अल्जीरिया और सूडान की घटनाओं की चर्चा की है. इन देशों में लंबे समय से शासन कर रहे अब्देलअजीज बुतेफ्लिका और उमर अल बशीर को भारी विरोध प्रदर्शनों के बाद सत्ता छोड़नी पड़ी है. बगदादी ने इसे दुखद बताया है.
वीडियो में आगे बगदादी ने 21 अप्रैल को श्रीलंका में हुए हमलों की तारीफ की है. इस हमले में 250 लोगों की मौत हुई थी. हालांकि वीडियो के इस हिस्से में बगदादी नजर नहीं आ रहा बल्कि सिर्फ उसकी आवाज सुनाई दे रही है. तस्वीर में सिर्फ एक नकाबपोश शख्स नजर आ रहा है जो इस्लामिक स्टेट के काले झंडे के सामने खड़ा है.
अल बगदादी ने 21 अप्रैल को सऊदी अरब के अल जुल्फी प्रांत में हुए एक हमले का भी जिक्र किया है जिसे सऊदी सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया था. बगदादी ने बुरकीना फासो और माली के गुटों की इस्लामिक स्टेट के साथ गठजोड़ की तारीफ की है. वीडियो के आखिर में अल बागदादी को साथियों के साथ कुछ फाइलें चेक करते देखा जा सकता है. कैमरा जब इन फाइलों पर फोकस करता है तो एक फाइल के कवर पर विलायत अल यमन यानी यमन का प्रांत लिखा नजर आता है. दूसरी फाइलों पर तुर्की, सोमालिया और काकेशस प्रांत लिखे नजर आ रहे हैं.
एनआर/एके(डीपीए, एपी)
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