ट्रंप से एकजुट होकर लड़ पाएगी डेमोक्रेटिक पार्टी
१९ अगस्त २०२०अब बाइडेन ही नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में डॉनल्ड ट्रंप को टक्कर देंगे. डेमोक्रेटिक पार्टी के वर्चुअल राष्ट्रीय अधिवेशन में अमेरिका के पूर्व उप-राष्ट्रपति जो बाइडेन को 2020 के चुनाव के लिए उम्मीदवार चुना गया.
जो बाइडेन को देश भर के डेलिगेट्स का समर्थन मिला. उम्मीदवारी मिलने के बाद उन्होंने कहा, "बहुत बहुत शुक्रिया, दिल की गहराइयों से शुक्रिया. मेरे लिए यह मेरी दुनिया है, मेरा परिवार है. मैं आप सबसे गुरुवार को मिंलूंगा." जो बाइडेन पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में 2009 से 2017 तक अमेरिका के उपराष्ट्रपति रहे.
वीडियो लिंक से अधिवेशन को संबोधित करने वालों में पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, पूर्व विदेश मंत्री जॉन केरी और रिपब्लिकन पार्टी से संबंध रखने वाले पूर्व विदेश मंत्री कॉलिन पावेल भी थे. इस दौरान 95 वर्षीय पूर्व राष्ट्रपति जिम्मी कार्टर भी कुछ समय के लिए दिखे. जून में ही लगभग तय हो गया था कि बाइडेन को डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से उम्मीदवारी मिलने जा रही है क्योंकि बर्नी सैंडर्स समेत उनके सभी प्रतिद्वंद्वी रेस से हट गए.
बाइडेन को अपने तीसरे प्रयास में उम्मीदवारी हासिल हुई है. इससे पहले 1988 और 2008 में भी उन्होंने राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी हासिल करने की कोशिश की थी. लेकिन नाकाम रहे थे.
नाखुश धड़ा
दूसरी तरफ, डेमोक्रेटिक पार्टी का प्रगतिशील धड़ा जो बाइडेन की उम्मीदवारी से खुश नहीं है. ऐसे में, जिस राष्ट्रीय अधिवेशन से पार्टी को एकजुट करने की उम्मीद थी, वही अब झगड़े की जड़ बन गया है. अमेरिका में दो पार्टियों वाली राजनीतिक व्यवस्था है जिनमें से एक हमेशा सत्ता में रहती है. इनमें डेमोक्रेटिक पार्टी कई तरह की विचारधाराओं का एक गठबंधन है. इसमें एक तरफ आपको जो बाइडेन जैसे उदारवादी दिखेंगे जो अमेरिका के मध्यमार्गी मतदाताओं को लुभाते हैं तो दूसरी तरफ इसी पार्टी में बर्नी सैंडर्स और अलेक्जांड्रिया ओसासियो कोर्टेज जैसे धुर वामपंथी नेता भी हैं.
पर्यावरण और अन्य प्रगतिशील विचारों पर मुखरता ने ओसासियो कोर्टेज को राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति दिलाई है. लेकिन जब पता चला कि उन्हें राष्ट्रीय अधिवेशन में बोलने के लिए सिर्फ एक मिनट का समय मिलेगा, तो प्रगतिशील डेमोक्रेट्स नाराज हो गए. उनका दावा है कि पार्टी अपने ही एक नेता के साथ ठीक सलूक नहीं कर रही है.
अपने समर्थकों में एओसी के नाम से मशहूर ओसासियो कोर्टेज उस छोटे से धड़े का हिस्सा हैं जिसकी उदारवादी धड़े से नहीं बनती है. मंगलवार की रात अधिवेशन में एओसी के बोलने से पहले एक मुहिम भी चलाई गई जिसका नाम था "एओसी को बोलने दो." इस पर 6,700 से ज्यादा लोगों ने हस्ताक्षर किए.
युवाओं के वोट
बर्नी सैंडर्स और अलेक्जांड्रिया ओसासियो कोर्टेज के बहुत से समर्थकों ने राष्ट्रीय अधिवेशन में अपनी अनदेखी होने का आरोप लगाया, क्योंकि वे जो बाइडेन की उम्मीदवारी को लेकर बहुत ज्यादा उत्साहित नहीं थे. जमीनी संगठन प्रोग्रेसिव डेमोक्रैट्स ऑफ अमेरिका (पीडीए) ने ट्वीट कर इस बात पर नाराजगी जताई कि एओसी को बोलने के लिए सिर्फ 60 सेकंड दिए गए जबकि वह "पार्टी की उभरती स्टार" हैं. ट्वीट के मुताबिक वह युवा लोगों में बहुत लोकप्रिय हैं और डेमोक्रेटिक पार्टी को युवाओं की जरूरत है.
पीडीए से जुड़े एलन मिंस्की ने डीडब्ल्यू से कहा, "मुझे इस बात की चिंता है कि अगर वे प्रगतिशील धड़े को जगह नहीं देंगे, तो फिर 2016 की रणनीति पर ही चल रहे हैं, मध्यम वर्ग के वोट खींचने के लिए, जबकि यह हराने वाली रणनीति है." मिंस्की का इशारा ट्रंप के वोटरों को खींचने की बाइडेन की कोशिशों की तरफ है.
प्रगतिशील धड़ा यह भी कह रहा है कि बाइडेन और उनकी उप-राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस युवा वोटरों को अपनी तरफ खींचने के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं, जो वोट ना देने के लिए बदनाम हैं. ऐसे बहुत से युवाओं ने सैंडर्स की मुहिम को समर्थन दिया और वे एओसी के फैन हैं. इसीलिए मिंस्की कहते हैं कि डेमोक्रेटिक पार्टी एओसी को अनदेखा करने का जोखिम उठाने की स्थिति में नहीं है
रिपोर्ट: कार्ला ब्लाइकर (वॉशिंगटन से)/एके
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