डूबते जहाज से हटाया गया तेल
१४ नवम्बर २०११तब से करीब 350 टन तेल समुद्र में रिस चुका है. तेल के रिसाव के कारण कम से कम दो हजार समुद्री पक्षियों की जान जा चुकी है. तेल से लथपथ मरे हुए पक्षियों को न्यूजीलैंड के समुद्र तट पर देखा जा सकता था. साथ ही सैलानियों में मशहूर सफेद रेत वाले समुद्री किनारे भी तेल के कारण बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. समुद्र तट से कच्चा तेल हटाने का काम अभी भी जारी है.
थोड़ा बाकी
पांच हफ्ते बाद रेना को लेकर अच्छी खबर आई है. मैरीटाइम न्यूजीलैंड का कहना है कि रेना पर अब केवल साठ टन तेल ही बचा है. मैरीटाइम न्यूजीलैंड के कमांडर मिक कोर्टनेल ने कहा, "रेना से अधिकतर तेल निकाल लेना बहुत बड़ी उपलब्धि है, लेकिन हमारा काम अभी भी पूरा नहीं हुआ है."
बचाव दल के एक अधिकारी मैथ्यू वॉटसन ने कहा कि जहाज से तेल के 1200 कंटेनर हटाना काफी मुश्किल काम साबित होगा. रेडियो न्यूजीलैंड से बात करते हुए वॉटसन ने कहा, " इन कंटेनरों को वहां से हटाने में बहुत लम्बा समय लगेगा. यह एक बहुत बड़ा और मुश्किल काम होगा. हम यहां महीनों की बात कर रहे हैं, हफ्तों की नहीं. इसके अलावा हम यह भी कोशिश कर रहे हैं कि हम उसे उस चट्टान के पास से हटा सकें, पर कहीं जहाज बुरे मौसम के कारण टूट ना जाए."
मुश्किल काम
मेरीटाइम न्यूजीलैंड के अधिकारी आर्थर जोबार्द ने भी कहा कि तेल का जहाज से हटाया जाना मील का पत्थर साबित हो रहा है और इस से पता चलता है कि काम सही दिशा में चल रहा है, "हम अब दूसरे चरण में पहुंच गए हैं. बचा हुआ तेल निकाला जा रहा है. यह कंटेनरों को हटाने के साथ साथ भी किया जा सकता है."
मना जा रहा है कि बाकी के तेल को निकालने में पहले की तुलना में अधिक समय लग सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि एक टैंक में पानी भर गया है. न्यूजीलैंड के पर्यावरण मंत्री निक स्मिथ के अनुसार जहाज छोटा रास्ता लेने के चक्कर में चट्टान से टकराया. जहाज के कैप्टन पर लापरवाही का मुकदमा चलाया गया है. उन्हें दो साल की सजा भी सुनाई जा सकती है.
रिपोर्ट: एएफपी, डीपीए/ ईशा भाटिया
संपादन: आभा एम