दक्षिण एशिया में चीन की बड़ी भूमिकाः अमेरिका
२२ सितम्बर २०१०वुड्रो विल्सन इंटरनेशनल सेंटर फॉर स्कॉलर्स के एक सेमीनार में अमेरिकी उप विदेश मंत्री जेम्स स्टेनबर्ग ने कहा "भारत, अफगानिस्तान और पाकिस्तान जैसे अहम देशों वाले दक्षिण एशिया के बारे में कोई बात हो और उसमें चीन को शामिल ना किया जाए, ऐसा सोचना भी नामुमकिन है." स्टेनबर्ग ने यह भी कहा, "हम दक्षिण एशिया के बारे में चीन से बात करते हैं. उसी तरह पूर्वी एशिया के बारे में भारत से भी बात होती है. यह हमारी बातचीत का अहम हिस्सा है."
स्टेनबर्ग ने हाल में भारत के साथ मंत्री स्तर की बातचीत का जिक्र भी किया. स्टेनबर्ग ने कहा, "हम उत्तर कोरिया जैसे देशों के मामले में भारत से इसीलिए बात करते हैं क्योंकि हमें पता है कि वह इसमें अहम भूमिका निभा सकता है."
चीन के बारे में अमेरिकी उप विदेश मंत्री ने कहा, "दक्षिण एशिया में चीन की बड़ी भूमिका है. यह दक्षिण एशिया का पड़ोसी देश है और उसे बातचीत में शामिल न किया जाए, यह सोच से परे है." स्टेनबर्ग अमेरिका चीन रिश्तों का दक्षिण एशिया में असर विषय पर भाषण के बाद सवालों का जवाब दे रहे थे.
भारत ने पिछले साल अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के चीन दौरे के बाद जारी संयुक्त बयान में चीन के दक्षिण एशिया में पाकिस्तान और भारत के साथ सहयोग करने की बात पर आपत्ति जताई है. भारत की चिंता पर स्टेनबर्ग ने कहा, "मैं जानता हूं कि इसमें कुछ संवेदनशील मामले हो सकते है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि कोई बड़ी बाधा है. बड़ी बात यह है कि क्या सही दिशा में एक साथ आपसी हितों के लिए काम करते हुए दक्षिण एशिया में शांति और आर्थिक प्रगति हासिल की जा सकती है."
इस मौके पर स्टेनबर्ग ने यह भी याद दिलाया कि चीन के साथ भारत के अच्छे रिश्ते हैं. साथ ही एक अच्छी बात यह भी है कि भारत सरकार में उच्च पदों पर बैठे कुछ लोगों की चीन के बारे में काफी अच्छी समझ है. स्टेनबर्ग ने अफगानिस्तान में शांति कायम करने में अमेरिका के साथ काम करने के लिए चीन को न्यौता दिया. स्टेनबर्ग ने कहा ,"हमें कोशिश करनी होगी कि जंग से उजड़ा अफगानिस्तान कहीं आतंकवादियों का ठिकाना न बन जाए." पाकिस्तान में लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए भी स्टेनबर्ग ने चीन का सहयोग मांगा.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ए कुमार