दिल्ली मुंबई सबसे सस्ते
१५ सितम्बर २०१२दुनिया का सबसे महंगा शहर ओस्लो है. महंगाई के मामले में इसने ज्यूरिख और टोक्यो को पीछे छोड़ दिया है. स्विट्जरलैंड की आर्थिक नगरी के लोगों के पास खर्च करने के लिए खूब पैसा है और इस वजह से यहां चीजों की कीमतें आसमान छूती हैं. शुक्रवार को जारी एक सर्वे के नतीजों ने महंगाई के मामले में दुनिया के शहरों की एक नई तस्वीर पेश की है.
स्विस बैंक यूबीएस ने 72 देशों के सालाना सर्वे करने के बाद अपने घर ओस्लो को उन लोगों का शहर बताया है जहां के निवासियों की कमाई और खर्च करने की औकात पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा है. सर्वे में 122 चीजों और सेवाओं की कीमतों के आधार पर नतीजे निकाले गए. इस दौरान मुद्रा की ऊपर नीचे होती कीमत का भी पूरा ध्यान रखा गया है. किसी शहर में रहने की कीमत का फैसला करने के लिए इन सामानों की कीमतों को काम के घंटों से विभाजित कर हासिल किया गया है. सर्वे के लिए 15 क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों की कमाई को आधार बनाया गया.
सर्वे के नतीजों में बताया गया है,"टोक्यो में एक बड़ा मैकडॉनल्ड का बर्गर खरीदने के लिए जरूरी पैसा जुटाना हो तो 9 मिनट काम करना पड़ता है जबकि नैरोबी में वही बर्गर 84 मिनट के काम से होने वाली कमाई से खरीदा जा सकता है." ज्यूरिख में रहने वाले लोगों को एक हैमबर्गर खरीदने कि लिए हालांकि 13 मिनट काम करना पड़ता है. लेकिन इस पैमाने पर टोक्यो के मुकाबले यहां दूसरी चीजें सस्ती हैं.
यूबीएस का कहना है, "ज्यूरिख के लोग 22 घंटे काम कर के एक आईफोन खरीद सकते हैं. लेकिन मनीला में यही आईफोन खरीदने के लिए 20 गुना ज्यादा देर तक काम करना होगा." तुर्की की राजधानी इस्तांबुल में एक बड़ा मैक बर्गर खरीदने के लिए कामगारों को 42 मिनट काम करना पड़ता है और शंघाई में 29 मिनट. जबकि न्यूयॉर्क और हॉन्ग कॉन्ग में महज 10 मिनट की मेहनत से एक बर्गर हासिल हो सकता है.
इस सर्वे के मुताबिक दुनिया में सबसे सस्ती जगह दिल्ली और मुंबई है. न्यूयॉर्क छठा सबसे महंगा शहर है जबकि मॉस्को 40वां और शंघाई 49वां. इस सर्वे में लोगों के काम के घंटे भी देखे गए और पता चला कि पैरिस, लियोन और कोपेनहेगन में कामगारों के काम के घंटे सबसे कम हैं. एशिया, अफ्रीका, मध्य पूर्व और दक्षिण अमेरिका में काम के घंटे सबसे ज्यादा हैं. यहां काम मिले तो लोग हर साल 2000 घंटे से ज्यादा काम करते हैं.
एनआर/ आईबी (रॉयटर्स)