निवेश के लिहाज से टॉप 10 देश
अंतरराष्ट्रीय सलाहकारों, एटी कैर्नी और संयुक्त राष्ट्र एजेंसी अंकटैड ने निवेश के लिहाज से पसंदीदा देशों की सूची जारी है. इसमें भारत भी है. जानिए कौन सा देश किस जगह है.
10. जापान
कई बहुराष्ट्रीय कंपनियां और विकास योजनाएं रिसर्च के लिए जापान पर निर्भर हैं. देश पूर्वी एशिया में लॉजिस्टिक का प्रमुख केंद्र है. आर्थिक रूप से भले ही जापान की विकास दर धीमी हो लेकिन घरेलू बाजार, पढ़े लिखे कामगारों और ग्राहकों की वजह से देश निवेशकों को लुभाता है.
9. इंग्लैंड
यूरो जोन के वित्तीय तंत्र के करीब जाने की कोशिश करने वाले निवेशक ब्रिटिश अर्थव्यव्स्था की रीढ़ हैं. हालांकि ब्रिटेन 2017 में यूरोपीय संघ में बने रहने के फैसले पर वोटिंग करेगा. ब्रिटेन को अब भी दुनिया के वित्तीय और कारोबारी केंद्र के तौर पर देखा जाता
8. थाइलैंड
थाइलैंड लंबे समय से निवेशकों को लुभाता रहा है. कभी हाथियों के लिए मशहूर थाइलैंड अब दुनिया में टोयोटा का तीसरा बड़ा प्रोडक्शन सेंटर है. मलेशिया की तरह थाइलैंड भी ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर के निवेशकों की पसंद है.
7. मेक्सिको
सस्ती मजदूरी और परिवहन का कम खर्चा, अमेरिकी निवेशकों को अपना पड़ोसी देश मेक्सिको लुभाता है. मेक्सिको ने ऊर्जा क्षेत्र को निजी निवेशकों के लिए खोल दिया है, इसका असर साफ तौर पर देखा जा रहा है.
6. जर्मनी
मैनुफैक्चरिंग में जर्मनी दुनिया का सबसे विकसित देश है. यूरोप की धुरी कहा जाने वाला जर्मनी लंबे समय से निवेश के लिए सुरक्षित जगह खोजने वाले कारोबारियों को आकर्षित करता है. यूरोप की बाकी अर्थव्यवस्थाओं के गोता लगाने के बावजूद जर्मनी विकास कर रहा है.
5. ब्राजील
फुटबॉल और सांबा के लिए मशहूर ब्राजील विकासशील देश से औद्योगिक शक्ति बनना चाह रहा है. पोर्टफोलियो इनवेस्टरों के जाने के बावजूद ब्राजील में लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट के लिए अच्छी जगह है. ऊर्जा और खनन सबसे ज्यादा फायदे के इनवेस्टमेंट हैं.
4. इंडोनेशिया
बड़े घरेलू बाजार और प्राकृतिक संसाधनों के चलते निवेशक इंडोनेशिया की तरफ देखते हैं. लेकिन कच्चे माल के निर्यात पर लगी रोक से निवेशक चिंता में हैं. सरकार की यह नीति देश के निवेश को प्रभावित कर सकती है.
3. भारत
भारत ने अपने यहां 25.5 अरब डॉलर का सीधा विदेशी निवेश खींचा है. भारत अब भी बहुराष्ट्रीय कंपनियों के लिए पंसदीदा जगह है. केंद्र में मोदी सरकार के आने के बाद निवेशकों का भरोसा लौट रहा है. निवेशकों के लिए भारत की लालफीताशाही अब भी एक समस्या बनी हुई है.
2. अमेरिका
चीन के बाद अमेरिका अब भी निवेशकों की दूसरी पसंद है. विदेशी निवेश के लिए भरोसे के सूचकांक में वह पहले नंबर पर है. विदेशी कंपनियां अमेरिका में इलेक्ट्रॉनिक्स, कंप्यूटर और वित्तीय सेक्टर में निवेश करने को बेताब रहती हैं.
1. चीन
दुनिया की दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्था चीन अब भी निवेशकों की पहली पसंद है. सर्वे में शामिल 150 बहुराष्ट्रीय कंपनियों में से 45 फीसदी ने चीन को निवेश के लिहाज से सबसे अच्छा करार दिया. चीन में टेलीकम्युनिकेशन, ऑटोमोबाइल और कंस्ट्रक्शन आसमान पर है.