पाकिस्तान के जमींदारों ने गरीबों को डुबोया !
२ सितम्बर २०१०पाकिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के दूत अब्दुल्लाह हुसैन हारून ने कहा, ''यह बात सामने आ रही है कि कुछ जगहों पर तटबंध टूटने दिए गए ताकि बाढ़ का पानी उल्टी दिशा में बह जाए. अगर ऐसा हुआ है कि तो सरकार को जांच करनी चाहिए.''
हुसैन के मुताबिक पाकिस्तान के कुछ इलाकों में कई साल से बाढ़ नहीं आई. ऐसे इलाकों को जमींदारों ने अपना गढ़ बना लिया. अब जब पूरा देश बाढ़ की मार झेल रहा है, तो जमींदार अपनी संपत्ति बचाने के लिए गरीबों को डूबा रहे हैं. हुसैन ने ऐसे मामलों की गंभीरता से जांच कराए जाने की मांग की है.
इस बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने कहा है कि बाढ़ की वजह से महंगाई बढ़ सकती है. अनाज महंगा हो सकता है. पिछले एक महीने से पाकिस्तान अभूतपूर्व बाढ़ में घिरा हुआ है. देश का 20 फीसदी हिस्सा कई फुट गहरे पानी में डूबा है. आधिकारिक तौर पर अब तक 1,760 लोगों की मौत हो चुकी है. दो करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं और 39 लाख एकड़ जमीन पर उगी फसलें बर्बाद हो गई हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ ओ सिंह
संपादन: ए कुमार