पाकिस्तान लौटा क्रिकेट
१९ अक्टूबर २०१२शनिवार और रविवार को अंतरराष्ट्रीय वर्ल्ड 11 चैंपियनशिप कराची में खेला जाएगा. श्रीलंका के मशहूर खिलाड़ी सनत जयसूरिया की अगुवाई वाली टीम ट्वेन्टी 20 मुकाबले में पाकिस्तान की टीम से भिड़ेगी, जिसके कप्तान बूम बूम शाहिद अफरीदी होंगे. जयसूर्या की टीम में दक्षिण अफ्रीका और वेस्ट इंडीज के टेस्ट खिलाड़ी शामिल हैं.
2009 के बाद पहली बार पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में खेलने वाले शानदार खिलाड़ी दिखेंगे. जाहिर है कि प्रशंसक अपने पसंदीदा क्रिकेटरों को देखने के लिए उत्सुक हैं और टिकट खरीदने के लिए लंबी कतारें लग रही हैं. 2009 में लाहौर में श्रीलंका की टीम पर हमला हुआ था और कई खिलाड़ी घायल हो गए थे. इसके बाद से पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बंद हो गया. विश्व कप की संयुक्त मेजबानी भी छिन गई. टीम को मजबूरन इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और संयुक्त अरब अमीरात में अपने मैचों का आयोजन करना पड़ा.
शनिवार के खेल का आयोजन सिंध प्रांत के खेल मंत्री मुहम्मद अली शाह ने किया है. वह कहते हैं, "मैं दावा नहीं कर रहा कि इसके बाद पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट दोबारा शुरू हो जाएगा लेकिन इससे देश की छवि बदलेगी." शाह के लिए यह एक बड़ी चुनौती है.
इस साल अप्रैल में भी बांग्लादेश की टीम पाकिस्तान आने वाली थी लेकिन ढाका में हाई कोर्ट ने सुरक्षा के आधार पर इस दौरे को खारिज कर दिया.
अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी कराची में नई शुरुआत की सराहना कर रही है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद आईसीसी के पूर्व अध्यक्ष एहसान मनी ने कहा कि इससे पाकिस्तान की स्थिति को सामान्य किया जा सकेगा, "यह एक जबरदस्त कोशिश है. दौरा करने वाली टीम में कुछ जाने माने खिलाड़ी हैं और मैं कह सकता हूं कि जब वे अपने देश वापस लौटेंगे तो वह लोगों को पाकिस्तान के बारे में बताएंगे और यह एक लंबी प्रक्रिया में अहम कदम साबित होगा."
हालांकि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड इन मैचों में ज्यादा दिलचस्पी नहीं ले रही है. बोर्ड का कहना है कि यह खेल अनौपचारिक हैं और सुरक्षा के लिए वह जिम्मेदार नहीं है. हालांकि अध्यक्ष जाका अशरफ ने कहा है कि वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय में अपनी छवि को अच्छा बनाने की कोसिश कर रहा है.
इस्लामाबाद में एक बड़ा स्टेडियम बनाया जाएगा, जिसके परिसर में होटल भी होगा. इससे सुरक्षा में फायदा होगा. बोर्ड सदस्यों को डर है कि सुरक्षा में कोई भी गड़बड़ी आने से फिर से पाकिस्तान की छवि को घाटा हो सकता है. वहीं, मनि ने बोर्ड के रवैये की आलोचना की है और कहा है कि उसने क्रिकेट को दोबारा जिंदा करने में कोई स्थायी कोशिश नहीं की है.
उधर 43 साल के जयसूर्या कराची पहुंचकर खुश नजर आ रहे हैं. उनके मुताबिक खेलों में हिस्सा लेने में उन्हें अच्छा लग रहा है. कहते हैं कि उनके लिए पाकिस्तान एक सुरक्षित देश है. वेस्ट इंडीज के पूर्व बल्लेबाज ऐल्विन कालीचरन का भी यही मानना है. मैच में वे अंतरराष्ट्रीय टीम के कोच के रूप में आ रहे हैं.
एमजी/एजेए (एएफपी)