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पेट्रोल की कीमत बढ़ने पर विपक्ष गरम

१६ जनवरी २०११

भारत में पेट्रोल की कीमतें बढ़ाने को निष्ठुर और क्रूर फैसला करार देते हुए विपक्ष ने केंद्र सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है. विपक्षी पार्टियों ने इसे नए साल का सबसे बुरा तोहफा बताया. पेट्रोल की कीमत 2.54 रुपये बढ़ गई.

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तस्वीर: ISNA

छह महीने में सातवीं बार पेट्रोल की कीमत बढ़ाने के फैसले पर विपक्ष ने फौरन विरोध प्रदर्शन की रणनीति तैयार कर ली है और सरकार से मांग की है कि इस फैसले को फौरन वापस लिया जाए.

बीजेपी ने इसे पूरी तरह अन्यायपूर्ण फैसला बताया और कहा कि छह महीने में सातवीं बार पेट्रोल की कीमत बढ़ाया जाना भारत के आम आदमी को नए साल का सबसे बुरा तोहफा है. सीपीएम ने अपनी राज्य इकाइयों को इसके विरोध में प्रदर्शन करने के लिए कहा है.

बीजेपी प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने दिल्ली में कहा, "कीमतें बढ़ाना पूरी तरह अन्यायपूर्ण है. यह कुछ भी नहीं, बल्कि सरकार आम आदमी को लूट रही है. जिस उत्पाद की कीमत 30 रुपये है, उसे 60 रुपये में बेचा जा रहा है. इस तरह 100 प्रतिशत टैक्स लग रहा है." जावडेकर ने कहा कि सरकार का कहना है कि तेल कंपनियां अपनी लागत नहीं निकाल पा रही हैं लेकिन यह सच नहीं है.

Der Minister für Petroleum, Gas, Benzin und Diesel Murli Deora Indien
पेट्रोल मंत्री मुरली देओरातस्वीर: UNI

जावडेकर का कहना है, "पिछले छह महीने में सातवीं बार कीमतें बढ़ी हैं. अभी पिछले महीने ही तीन रुपये प्रति लीटर कीमत बढ़ी है. तेल कंपनियां मुनाफा कमा रही हैं और डिविडेंट दे रही हैं लेकिन बता रही हैं कि वे अपनी लागत नहीं निकाल पाती हैं." उन्होंने आशंका जताई कि अब डीजल की कीमत बढ़ सकती है.

भारत सरकार ने रविवार आधी रात से पेट्रोल की कीमत 2 रुपये 54 पैसे प्रति लीटर बढ़ाने का फैसला किया है. इस तरह दिल्ली में पेट्रोल की कीमत लगभग 56 रुपये प्रति लीटर हो गई है. अधिकारियों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमत 92 डॉलर प्रति बैरल हो गई है और इस वजह से रिटेल कीमत बढ़ाने की जरूरत पड़ी.

भारत में आम तौर पर देखा जाता है कि पेट्रोल डीजल की कीमत बढ़ने के साथ ही रोजमर्रा की दूसरी चीजों की कीमतें भी बढ़ जाती हैं. परिवहन के अलावा कल कारखानों में पेट्रोल डीजल की जरूरत होती है और इस तरह लगभग हर उत्पाद कहीं न कहीं पेट्रोल डीजल की कीमतों से जुड़ा होता है. बीजेपी प्रवक्ता का कहना है, "मुद्रास्फीति नौ फीसदी के दर पर पहुंच गई है, जबकि खाद्य पदार्थों की महंगाई 18 प्रतिशत तक पहुंच गई है."

सीपीएम पोलित ब्यूरो ने पेट्रोल की कीमत बढ़ाए जाने के फैसले पर नाराजगी जताते हुए कहा कि यह दिखाता है कि केंद्र सरकार लोगों के हितों से खिलवाड़ कर रही है. पोलित ब्यूरो ने दिल्ली में जारी एक बयान में कहा, "पोलित ब्यूरो ने अपनी पार्टी की इकाइयों से कहा है कि वह फौरन इस क्रूर फैसले के विरोध में प्रदर्शन करें."

भारत में प्याज की कीमतें पहले ही आसमान छू रही हैं. ऊपर से पेट्रोल की कीमतें बढ़ने से आम लोगों की मुश्किलें भी बढ़ेंगी.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल

संपादनः ईशा भाटिया

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