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प्रजनन के लिए सेक्स क्यों जरूरी है

१२ अक्टूबर २०१८

बच्चा पैदा करना हो तो ज्यादातर जीवों को सेक्स करना पड़ता है. इंसान समेत ज्यादातर स्तनधारी ऐसा ही करते हैं. चीन के वैज्ञानिकों ने इस प्राकृतिक प्रक्रिया के बिना भी बच्चा पैदा करने में सफलता पाई है.

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तस्वीर: Colourbox

चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज के वैज्ञानिकों ने जेनेटिक इंजीनियरिंग की मदद से दो चुहिया के बीच कृत्रिम प्रजनन कराया. वैज्ञानिकों ने एक चुहिया का अंडाणु लिया और दूसरी का हैपलॉएड एम्ब्रियॉनिक स्टेम सेल. वैज्ञानिकों का दावा है कि दो मादाओं से पैदा हुआ बच्चा पूरी तरह स्वस्थ्य है. ऐसा ही प्रयोग जब दो नरों के साथ किया गया तो पैदा होने वाला बच्चा कुछ ही दिनों के भीतर मर गया.

चीनी वैज्ञानिक यह समझना चाहते हैं कि क्या इंसान समेत धरती पर रहने वाले ज्यादातर स्तनधारी जीव सेक्स करके ही बच्चा पैदा कर सकते हैं. सेक्स, जीवों के प्राकृतिक स्वभाव का हिस्सा है. सेक्स के दौरान नर के शुक्राणु मादा के अंडाणुओं से निषेचन करते हैं और भ्रूण बनता है.

कुछ मछलियों, सरीसृपों, एम्फीबियन्स और पक्षियों की कुछ प्रजातियों में बिना सेक्स के भी बच्चा पैदा हो जाता है, लेकिन यह अंतर क्यों है? इसी सवाल का जवाब तलाशने के लिए चीनी वैज्ञानिकों ने यह विवादास्पद प्रयोग किया. आम तौर पर चूहे भी स्तनधारी हैं और सेक्स करके ही प्रजजन करते हैं.

(बगैर सेक्स के बच्चा पैदा करने वाले जीव)

दो नरों से ऐसा कराने में बहुत मुश्किल हुई. मादाओं के साथ प्रयोग काफी हद तक सफल बताया जा रहा है. हालांकि अंडाणु और हैपलॉएड एम्ब्रियॉनिक स्टेम सेल को साथ में लाने के बाद भी मुश्किल बनी रही. असल में दोनों मादाओं के शरीर में बच्चा पैदा करने के लिए जरूरी आधे ही डीएनए थे. ऐसे में वैज्ञानिकों ने जीन एडिटिंग के जरिए मादाओं के डीएनए में मिलने वाले खास जेनेटिक इंस्ट्रक्शंस के तीन सेटों को डिलीट कर आगे का रास्ता तैयार किया.

दो नरों को मिलाकर बच्चा पैदा करना बहुत कठिन साबित हुआ. नरों से शुक्राणु लिए गए या दूसरे शब्दों में कहें तो मेल हैपलॉएड एब्रियॉनिक सेल. असल में शुक्राणु ऐसी मूल कोशिकाओं का समूह है जिनमें नर की जीन इनफॉर्मेशन रहती है. सिर्फ इसी से बच्चा पैदा करने के लिए वैज्ञानिकों को सात जीन सेट्स डिलीट करने पड़े, अंत में पैदा हुए बच्चे में जानलेवा विकृतियां मिलीं और कुछ ही दिन बाद उसने दम तोड़ दिया.

पहली बार तीन मां-बाप वाले बच्चे का जन्म

स्तनधारियों में प्रजनन के लिए सेक्स की अहम भूमिका क्यों है? इसका राज हमारे डीएनए या हमारी जेनेटिक संरचना में छुपा है. स्टेम सेल पर हुए शोध के मुताबिक नर शुक्राणु में मौजूद डीएनए, मादा अंडाणु के डीएनए से मिलता है. यही जेनेटिक संरचना शिशु को मां और पिता से विरासत में मिलती है. मादा कॉपी और नर कॉपी के बिना निषेचन का विकास शुरू में ही बिगड़ जाता है.

नर और मादा के डीएनए के मिलन के दौरान कभी कभार खामियां भी सामने आती हैं. इसकी वजह से शिशु में कुछ बीमारियां देखी जाती हैं. दो मादाओं से पैदा हुए चूहे के बच्चे में वैज्ञानिकों ने जीन एडिटिंग कर ऐसी खामियों को दूर करने में सफलता पाई. रिसर्च में शामिल डॉक्टर वाई ली कहते हैं, "इस अनुसंधान ने दिखाया है कि क्या कुछ मुमकिन है. हमने देखा कि दो मादाओं से पैदा हुए चूहे में मिली गड़बड़ियां हटाई जा सकती हैं और स्तनधारियों में प्रजनन के लिए नर और मादा के मिलन की सीमा को लांघा जा सकता है."

हालांकि अभी इस रिसर्च को लेकर बहुत उत्साहित होने की जरूरत नहीं है. दो मादाओं के मिलन से पैदा हुए चूहे पर लंबी रिसर्च करने के बाद ही पता चलेगा कि नर और मादा के बीच सेक्स जैसी प्राकृतिक प्रक्रिया के बिना पैदा हुए शिशु का भविष्य कैसे होगा.

(शरीर अपने आप में एक चमत्कार है. इंसान को जिंदा रखने के लिए हर दिन वह करोड़ों काम करता है. एक नजर शरीर में मौजूद नायाब दुनिया पर.)

ओएसजे/एनआर (एएफपी)