प्रदर्शनों के बीच आसियान बैठक शुरू
१० अप्रैल २००९प्रदर्शनकारी शुक्रवार को भी आसियान बैठक स्थल के बाहर भी इकट्ठे हुए. इन प्रदर्शनकारियों में से एकाध ने तो जबरन गेट के अंदर घुसने की भी कोशिश की. इसी कारण बैठक स्थल में कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं. प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधि नोपोर्न नामचिंगताई कहते हैं कि "हम कोशिश कर रहे हैं कि स्थिति नियंत्रण में रहे व हिंसा टाली जा सके. लेकिन हो सकता है कि किसी ख़ास मौक़े पर यह संभव न हो, क्योंकि इतने बड़े प्रदर्शन में सबको रोका नहीं जा सकता. सिर्फ़ कुछ एक भाषण दिए जाएंगे. देखा जाए, क्या होता है".
प्रदर्शनकारियों की मांग है कि प्रधानमंत्री अभिसीत वेज्जाजीवा इस्तीफ़ा दें. वे अभिसीत की सरकार को अवैध बता रहे हैं क्योंकि उनके विचार में अभिसीत सेना द्वारा कराए गए दलबदल के चलते गत दिसंबर में सत्ता में आए हैं. प्रदर्शनकारियों ने आसियान के एक अधिकारी को अपनी मांगों का एक पत्र भी सौंपा है. पत्र सौंपने के बाद प्रदर्शनकारियों ने बैठक स्थल छोड़ बाहर जाना तो शुरू कर दिया. लेकिन साथ ही यह भी कहा कि वे शनिवार को फिर वापस आएंगे, जब सभी सोलह देशों के प्रतिनिधियों के साथ प्रधानमंत्री की मुलाकात होगी. प्रधानमंत्री अभिसीत वेज्जाजीवा विपक्ष की मांग के बारे में कहते हैं "मैं समझता हूं कि इस परिस्थिति में संसद भंग करना उचित न होगा. इसकी संभावना बहुत कम है कि नए चुनाव के बाद एक लोकतांत्रिक परिणाम सामने आएगा".
आसियान शिखर सम्मेलन में मुख्य चर्चा रविवार को होगी. विश्व्वयापी आर्थिक संकट से निबटने के लिए दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के बीच किस तरह का सहयोग हो सकता है, यह मुद्दा बातचीत का केंद्र बिंदु होगा. पिछले हफ़्ते लंदन में हुई जी 20 बैठक में उठे मुद्दों पर भी बातचीत होगी. समाचार एजेंसी एएफपी को मिले दस्तावेज़ के मुताबिक 16 एशियाई देशों के बीच मुक्त व्यापार क्षेत्र बनाने की योजना पर भी बातचीत होगी. सभी देश संरक्षणवादी नीतियों को अस्वीकार कर क्षेत्रीय व्यापार को बढ़ावा देने पर ज़ोर देंगे.
रिपोर्ट- एजेंसियां, रति अग्निहोत्रि
संपादन- महेश झा