प्रवासियों के पक्ष में जर्मन
१० जनवरी २०१४यूरोप और जर्मनी की राजनीति में आजकल प्रवासन बड़ा मुद्दा बन गया है. हाल ही में रोमानिया और बुल्गारिया के नागरिकों को पूरे यूरोपीय संघ में काम करने की इजाजत दी गई. इसके बाद जर्मनी में कुछ नेता चिंता जताने लगे कि शायद इससे जर्मनी में गरीब लोग काम ढूंढने आएंगे. लेकिन एक ताजा जनमत सर्वेक्षण बताता है कि जर्मनी में आम जनता इसके पक्ष में है. सरकारी टीवी चैनल एआरडी के सर्वे के मुताबिक 68 प्रतिशत जर्मनों का मानना है कि जर्मनी को दूसरे देशों से प्रशिक्षित लोगों की जरूरत है और इससे अर्थव्यवस्था को फायदा होगा. इस सर्वे के लिए एक हजार जर्मन नागरिकों से सवाल पूछे गए.
सर्वे से पता चला है कि जर्मन जनता अपने देश में आ रहे विदेशियों को लेकर खुल रही है. पिछले सालों के मुकाबले यह बहुत बड़ा बदलाव है. इस साल के सर्वेक्षण के मुताबिक 46 प्रतिशत लोग मानते हैं कि जर्मनी को प्रवासियों से कम नुकसान और ज्यादा फायदा होता है. लेकिन 76 प्रतिशत जनता की एक बड़ी शिकायत यह है कि नेता प्रवासन से उठने वाली परेशानियों पर ध्यान नहीं देते.
जर्मनी में जनता विदेशियों के आने के पक्ष में क्यों है, इस सवाल का जवाब शायद जर्मनी की अर्थव्यवस्था में है. 79 प्रतिशत लोगों का मानना है कि जर्मनी की अर्थव्यवस्था बहुत अच्छी है. भले ही लोग अपनी निजी स्थिति से खुश न हों, लेकिन उन्हें लगता है कि जर्मनी की आर्थिक हालत बहुत अच्छी है. 40 प्रतिशत लोगों का मानना है कि जर्मनी को यूरोपीय संघ से फायदा हो रहा है, और यह तब, जब रोमानिया और बुल्गारिया से लोग यहां भी नौकरी के लिए आवेदन दे सकेंगे.
हालांकि 64 प्रतिशत लोग मानते हैं कि यूरोपीय संघ के सदस्य देशों को रिश्ते गहरे करने चाहिए.
एमजी/एजेए (ईपीडी, एएफपी)