फ़िडेल टेलीविज़न पर, रिहा बंदी स्पेन में
१३ जुलाई २०१०पहले से रिकॉर्डेड इंटरव्यू में फ़िडेल कास्त्रो कमज़ोर दिखे लेकिन पिछले साक्षात्कारों की तुलना में स्पष्ट और साफ़ साफ़ बोल रहे थे. कास्त्रो ने अमेरिका पर ईरान और उत्तर कोरिया के साथ विवाद उकसाने का आरोप लगाया. कास्त्रो ने न तो घरेलू स्थिति पर कोई टिप्पणी की और न ही 52 राजनीतिक बंदियों की रिहाई पर जिनमें से कुछ को सोमवार को रिहा कर दिया गया.
यह इंटरव्यू उसी दिन प्रसारित किया गया है जिस दिन राजनीतिक बंदियों की रिहाई शुरू हुई है. इसे भाई और उत्तराधिकारी राउल कास्त्रो के लिए फ़िडेल कास्त्रो का समर्थन माना जा रहा है. राउल कास्त्रो ने कैथोलिक गिरजे के साथ राजनीतिक बंदियों की रिहाई तय की थी. फ़िडेल कास्त्रो के इस इंटरव्यू का मकसद उन संदेहों को दूर करना है कि रिहाई के लिए राउल कास्त्रो की सहमति उनके भाई के बिगड़े स्वास्थ्य से संबंधित है.
इस बीच रिहा राजनीतिक बंदियों का पहला दल स्पेन पहुंच गया है. छह पूर्व बंदी और उनके 30 परिजन हवाना से मैड्रिड पहुंचे. एक सातवां पूर्व बंदी भी स्पेन के लिए रवाना हो गया है. क्यूबाई कैथोलिक गिरजे के अनुसार 13 अन्य राजनीतिक बंदी आने वाले दिनों में स्पेन के लिए विदा होंगे.
स्पेन और कैथोलिक गिरजे के साथ क्यूबा सरकार की बातचीत के बाद पिछले सप्ताह अचानक 52 राजनीतिक बंदियों को रिहा करने का फैसला लिया गया था. वे उन 75 सरकार विरोधियों में शामिल हैं जिंहे 2003 में गिरफ़्तार कर लिया गया था और छह से 28 साल क़ैद की सज़ा सुनाई गई थी.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: ए जमाल