फिर करो वाटरबोर्डिंगः डिक चेनी
९ मई २०११अमेरिका ने खास तौर पर ग्वांतानामो बे की जेल में कैद संदिग्ध आतंकवादियों से खतरनाक तरीके से पूछताछ की है. इसमें सबसे ज्यादा चर्चित वाटरबोर्डिंग रहा है. राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सत्ता संभालने के बाद इस पर रोक लगा दी है.
चेनी ने एक टीवी इंटरव्यू में कहा कि शुरू में पूछताछ के दौरान जो जानकारियां मिलीं, उसी के बल पर ओसामा बिन लादेन के खिलाफ इतनी बड़ी सफलता मिली है, "सबने इस बात को माना है कि जबरदस्त तरीके से पूछताछ की वजह से ही कामयाबी मिली है. मुझे भी लगता है कि दूसरी वजहों से साथ इसने भी अहम रोल निभाया है."
यह पूछे जाने पर कि क्या वे चाहेंगे कि वाटरबोर्डिंग फिर से शुरू कर दिया जाए, चेनी ने कहा कि वह बिलकुल इसकी वकालत करते हैं. "मैं इसका बड़ा समर्थक हूं."
क्या है वाटरबोर्डिंग
वाटरबोर्डिंग टॉर्चर का एक ऐसा तरीका है, जिसमें किसी शख्स को पीठ के बल लिटा दिया जाता है और उसके चेहरे पर पतला कपड़ा या प्लास्टिक डाल दी जाती है. इसके बाद उसके चेहरे पर लगातार पानी डाला जाता है. इससे उसे डूबने का एहसास होता है. ऐसा लगातार करने से फेफड़े और दूसरे अंगों पर खतरनाक असर पड़ सकता है और इसकी वजह से जबरदस्त मानसिक तनाव हो सकता है.
डिक चेनी के अलावा अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश के शासनकाल के कुछ दूसरे नेताओं ने भी वाटरबोर्डिंग जैसे टॉर्चरों का समर्थन किया है. पूर्व रक्षा मंत्री डोनाल्ड रम्सफेल्ड का भी कहना है कि सीआईए के तीन पूर्व निदेशकों का मानना है कि अल कायदा के नेताओं से जब कड़ाई से पूछताछ की गई, तभी उन्होंने बहुत से राज बताए. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि सीआईए ने जो तकनीक अपनाई, उससे काम हुआ. इन तकनीक को खारिज कर देना ठीक नहीं होगा."
चेनी का कहना है कि वाटरबोर्डिंग में कुछ भी गैरकानूनी नहीं है, "वाटरबोर्डिंग और इस तरह की दूसरी तकनीकों के लिए हमने अपने लोगों को ट्रेनिंग दी है." वह तो इसे टॉर्चर भी नहीं मानते और कहते हैं कि यह पूछताछ का तरीका है.
9/11 के हमलों के वक्त डिक चेनी अमेरिका के उप राष्ट्रपति थे और अफगानिस्तान पर हमले में उन्होंने भी बड़ा किरदार निभाया था. वह बराक ओबामा के धुर विरोधी रहे हैं लेकिन ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति को बधाई दी है.
रिपोर्टः एएफपी/ए जमाल
संपादनः ए कुमार